दोस्तों अगर आप इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं कि क्या मैं डिलीवरी में खरीदे बिना शेयर बेच सकता हूं? तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल में पहुंच आए हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको न सिर्फ आपके सवाल का जवाब बताएंगे बल्कि कुछ ऐसी खास जानकारी देंगे इसके बारे में आपको पता होना चाहिए तो चलिए बिना देरी की आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले आपके सवाल का जवाब जानते हैं-
क्या मैं डिलीवरी में खरीदे बिना शेयर बेच सकता हूं?
दोस्तों अगर आप डिलीवरी में शेयर खरीदे बिना उसे बेचना चाहते हैं तो आप बिल्कुल ऐसा कर सकते है। बस इसके लिए आपको इंट्राडे ट्रेडिंग करनी होगी। यानी कि शेयर को उसी दिन खरीदना होगा और उसी दिन बेचना होगा।
अगर आप इंट्राडे करते हैं और शेयर को खरीदने के बाद उसी दिन नहीं भेजते हैं तो मार्केट क्लोज होने के 15 मिनट पहले आपका ब्रोकर आपके खरीदे हुए शेयर को खुद ही बेच देगा। चाहें आप लॉस में हो या फिर प्रॉफिट में।
दोस्तों ये तो बात रही की आप डिलिवरी में शेयर खरीदे बिना उसे इंट्राडे में खरीदकर बेच सकते है।
लेकीन क्या आपको पता है कि आप intraday में शेयर को खरीदकर बेचने से पहले उसे बेच सकते है। यानी की शेयर को खरीदे बिना उसे बेचा जा सकता है।
अगर आप शेयर को पहले बेचकर बाद में खरीदते हैं तो इस तरह की ट्रेडिंग को शॉर्ट सेलिंग कहते हैं। शायद यह जानकर आपको आश्चर्य हो रहा है कि हम कैसे किसी शेयर को पहले बेच सकते हैं और उसे बाद में खरीद सकते हैं तो शेयर मार्केट में यह संभव है कि आप किसी भी शेयर को बेच कर उसे बाद में खरीद सकते हैं।
शॉर्ट सेलिंग किसे कहते हैं
दोस्तों शॉर्ट सेलिंग है एक ऐसा ट्रेडिंग स्ट्रेटजी है जिसमें किसी भी शेयर को पहले बेचकर बाद में खरीदने पर तब प्रॉफिट मिलता है जब शेयर का प्राइस गिर रहा होता है।
क्या शॉर्ट सेलिंग करने से नुकसान होता है
देखिए अगर आपको शॉर्ट सेलिंग करते हैं तो इसमें आपको तभी नुकसान होगा जब शेयर को बेचने के बाद उसकी कीमत बढ़ाने है लग जाए।
हम शॉर्ट सेलिंग कैसे कर सकते हैं
अगर आप शॉर्ट सेलिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए आपके ब्रोकर अकाउंट में मार्जिन होना चाहिए। इस मार्जिन की मदद से आप अपने ब्रोकर से शेयर को उधार में लेकर उसे मार्केट में बेच सकते हैं और फिर बाद में है उधार के रकम चुकाने के लिए शेयर को खरीदें कर वापस उसे दे सकते हैं।
शॉर्ट सेलिंग कैसे काम करता है
आइए हम आपको उदाहरण की मदद से समझाते हैं कि शॉर्ट सेलिंग कैसे काम करता है।
मान लीजिए आपको किसी तरह पता चल जाता है की अगले एक हफ्ते बाद आलू का दाम गिरने वाला है। आप सब्जी मंडी में सब्जी वाले के पास जाते हैं और उससे एक हफ्ते के लिए उधार में 10 किलो आलू लेते हैं।
मानकर चलते हैं कि आलू का दाम गिरने से पहले अभी इसका मार्केट भाव 20 रू किलो है। आप इस 10 किलो आलू को बेचकर 200 रू. कमा लेते हैं.
जैसा कि आपको पहले से पता था कि आलू का भाव अगले हफ्ते गिरेगा , जो की गिरकर अब 15 रू. हो गया है।
समय बीत जाने के बाद सब्जी वाले भैय्या का 10kg आलू लौटाने की बारी आती है। तो आप 15 रू. के भाव से 150 ru. में 10किलो आलू खरीदकर उसे वापस लौटा देते हैं।
दोस्तों यहां पर 10 किलो उधार में लिया गया आलू वापस लौटाने के बाद भी आपके पास 50 रू बच जाते है। यानी आपको 50 रू. का फायदा होता है।
आप आलू को शेयर से, सब्जी वाले को ब्रोकर से तुलना करके देखे तो आपको समझ में आ जाएगा की शॉर्ट सेलिंग कैसे काम करता है। और इससे पैसे कैसे कमाते हैं।
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