दोस्तों इंटरनेट आ जाने के बाद शेयर को खरीदने और बेचने का प्रक्रिया बहुत ही आसान हो गया है। आप सिर्फ एक क्लिक करके किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते हैं।
लेकिन यहां पर एक बड़ा सवाल यह आता है कि किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने के बाद वह शेयर हमारे डिमैट अकाउंट में कितने समय में आता हैं।
दोस्तों अगर आप इसी सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं तो इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। यहां हम आपको विस्तार से बताएंगे कि किसी कंपनी का शेयर खरीदने के बाद वह आपके डिमैट अकाउंट में कितने दिन में आ जाएंगे।
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डीमैट अकाउंट में शेयर कितने दिन में आते हैं?
दोस्तों बात करें कि किसी कंपनी का शेयर खरीदने के बाद वह हमारे डिमैट अकाउंट में कितने दिन में आ जाएंगे तो अगर आप इस सवाल को 27 जनवरी 2023 से पहले पूछते तो हमारा जवाब होता कि शेयर को खरीदने के लिए आर्डर लगाने के 2 दिन यानी 48 घंटे के अंदर आपके डिमैट अकाउंट में शेयर आ जाते लेकिन अब आप इस सवाल को 27 जनवरी 2023 के बाद पूछ रहे हैं इसलिए हमारा जवाब होगा कि किसी कंपनी के शेयर को खरीदने का आर्डर लगाने के अगले 24 घंटे के अंदर वह शेयर आपके डिमैट अकाउंट में आ जाएंगे।
दरअसल बात ऐसी है कि 27 जनवरी 2023 से पहले स्टॉक मार्केट को चलाने वाली संस्था SEBI का नियम ही ऐसा था कि किसी भी कंपनी के शेयर को शेयर होल्डर के डिमैट अकाउंट में ट्रांसफर करने में 48 घंटे या 2 दिन का समय लगता था लेकिन अब उसे समय को बदलकर 24 घंटे कर दिया गया है। इस समय को T+1 समय अवधि कहते हैं
आइए हम आपको टी प्लस वन (T+1) का कॉन्सेप्ट समझाते हैं-
पहले समझिए T का मतलब
दोस्तों यहां T का मतलब उस Time या समय से है जिस दिन आप किसी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए आर्डर लगते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप आज के दिन किसी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए आर्डर लगते हैं तो यहां T बराबर आज का डेट लिया जाएगा।
दोस्तों इस दिन आपके द्वारा सिर्फ शेयर खरीदने का आर्डर ब्रोकर के पास जाता है और ब्रोकर आपके बैंक अकाउंट से लिंक ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे को निकाल कर संबंधित कंपनी के शेयर को खरीदने का आर्डर लगा देता है।
किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए आपने जो आर्डर ब्रोकर को दिया होता है उस आर्डर का बिल आपको मार्केट क्लोज होने के बाद ब्रोकर ईमेल एड्रेस पर भेज देता है।
दोस्तों कुल मिलाकर कहें तो यह T वह दिन होता है जिस दिन आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदने का आर्डर ब्रोकर को देते हैं। ब्रोकर यह आर्डर आगे एक्सचेंज में एग्जीक्यूट करता है लेकिन अभी तक आपको शेयर नहीं मिले होते हैं।
क्या है T + 1
आपने T का मतलब तो समझ लिया कि वह दिन जिस दिन आप BUY/SELL का आर्डर लगते हैं। प्लस वन का मतलब अगले दिन से है। इस दिन आपका द्वारा ब्रोकर को दिया गया पैसा एक्सचेंज में जाता है और एक्सचेंज के तरफ से उस पैसे के बदले में ब्रोकर को शेयर मिलते हैं और यह शेयर आपका ब्रोकर आपके डिमैट अकाउंट में दिखाता है।
निष्कर्ष
दोस्तों T+1 सेटलमेंट टाइम साइकिल आने के बाद लोगों के लिए ट्रेडिंग करना काफी आसान हो गया क्योंकि शेयर को खरीदने या बेचने के अगले ही दिन 24 घंटे के अंदर उसका पैसा या फिर शेयर और हमारे अकाउंट में आ जाते हैं।
उम्मीद करते हैं कि हमारे इस आर्टिकल में यहां तक बने रहने के बाद आप आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा कि डीमैट अकाउंट में शेयर कितने दिन में आते हैं?
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