सच में क्या म्यूचुअल फंड में पैसा डूब सकता है ? [लेटेस्ट जानकारी]

दोस्तों सभी लोग अपने खून पसीने की कमाई म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं. ऐसे में बहुत से लोगो के मन में सवाल आता है कि कहीं हमारे मेहनत की कमाई बर्बाद तो नहीं जाएगी.  . 

दोस्तों हो ना हो म्युचुअल फंड में पैसा डालने के बाद पैसे डूबने का डर आपके मन में भी बना रहता होगा. दरअसल यह डर इसलिए बना रहता है क्योंकि हम लगातार म्युचुअल फंड में एसआईपी के द्वारा पैसे इन्वेस्ट करते रहते हैं. और म्युचुअल फंड का स्टॉक मार्केट से डायरेक्ट कनेक्शन है. अगर स्टॉक मार्केट में खलबली मचती है तो उसका सीधा असर म्युचुअल फंड में देखने को मिलता है. 

तो ऐसे में अगर आप जानना चाहते है कि क्या म्यूचुअल फंड में पैसा डूब सकता है. तो दोस्तों हमारे इस खास आर्टिकल को लास्ट तक पढ़ने के बाद आपको एकदम स्पष्ट हो जाएगा की क्या म्यूचुअल फंड में सच में पैसा डूब सकता है. अगर हां तो क्यों और नहीं तो फिर कैसे. ………..? 

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क्या म्यूचुअल फंड में पैसा डूब सकता है

दोस्तों हो सकता है आपने बैंक के जरिए म्युचुअल फंड में पैसे इन्वेस्ट किया हो , किसी AMC की वेबसाइट के जरिए या फिर Upstox, Zerodha coin या groww ऐप जैसे प्लेटफार्म की मदद से म्युचुअल फंड में 1000, 2000 , 5000 इन्वेस्ट किया हो .  इन सभी में एक ऐसा बंदा होता है जो आपके फंड को मैनेज करता है जिसे फंड मैनेजर कहते हैं. 

दोस्तों आपको बता दें कि फंड मैनेजर की कमाई आपके दिए हुए पैसों से ही होती है. अगर इन्हे आपसे कमीशन न मिले तो इनके घर का खर्चा चलना मुश्किल हो जाएगा. इसलिए इन लोगो की जिम्मेदारी रहती है कि आपने जो भी पैसा लगाया है उस पैसे को वह अच्छी कंपनियों में इन्वेस्ट करें.  

वैसे दोस्तों म्युचुअल फंड वालों को आपने जो भी पैसा दिया होता है उनमें से एक भी पैसा इनके पास नहीं रहता  और ये लोग चाह कर भी इस पैसे को अपने पास नहीं रख सकते है क्योंकि SEBI का रूल ही ऐसा है. इसलिए ये लोग अलग-अलग कंपनी के स्टॉक में आपके पैसे को इन्वेस्ट कर देते हैं. 

दोस्तों आपके पैसे सिर्फ किसी एक कंपनी में इन्वेस्ट नहीं किए जाते बल्कि इन्हें 50 या 100 से भी ज्यादा कंपनियों में इन्वेस्ट कर दिया जाता है. और उसमें भी यह पैसे सिर्फ एक ही इंडस्ट्री की कंपनियों में नहीं डाल दिया जाता है बल्कि हर इंडस्ट्री के अलग-अलग कंपनियों का चुनाव किया जाता है और फिर उसमें पैसे इन्वेस्ट किए जाते हैं.

मान लीजिए कि अगर कोई एक इंडस्ट्री किसी वजह से क्रैश हो जाती है या उनके बिजनेस में मंदी आ जाता है तो बाकी इंडस्ट्री से जुड़े कंपनी का बिजनेस तो चलेगा ही और उनको जो प्रॉफिट होगा उसे कंपनी अपने शेयरहोल्डर के साथ बंटेगी जो कि आपके आपके म्युचुअल फंड अकाउंट में भी देखने को मिलेगा. 

उदाहरण के लिए – आपको कोविड का समय तो याद ही होगा. यह एक ऐसा समय था जब जब लोगों को लग रहा था कि अब सब कुछ खत्म होने वाला है  तो ऐसे में लोग अपने बैंक अकाउंट से पैसे निकाल रहे थे . इस समय बहुत सारे बैंक बंद होने के कगार पर आ गए थे. और बैंक से जुड़े स्टॉक भी तेजी से नीचे गिर रहे थे, 

इसी तरह लोग ज्वेलरी की खरीदारी भी बंद कर दिए थे जिससे ज्वैलरी बिजनेस भी ढप्प पड़ गया था. जैसे कि कल्याण ज्वेलर्स. लेकिन इसके अलावा अन्य कंपनियों का बिजनेस चल रहा था क्योंकि वह ऐसे सेक्टर में बिजनेस कर रही थी जो कि इंसानों के रोजाना की जरूरत होती है.  

इसलिए दोस्तों सभी म्युचुअल फंड चलने वाली कंपनियां अलग-अलग सेक्टर में पैसे इन्वेस्ट करती हैं. इस तरीके से पैसे इन्वेस्ट करने पर अगर किसी एक सेक्टर में मंदी आ जाती है या फिर उनका बिजनेस नहीं चलाता तो दूसरी कंपनी की इनकम होगी वह लॉस बाकी कंपनी के प्रॉफिट से कवर हो जाएगा. क्योंकि स्टॉक मार्केट में 5000 से ज्यादा कंपनी लिस्टेड हैं और सभी कंपनी का बिजनेस एक साथ बंद नहीं हो सकता है. 

अगर ऐसा हुआ भी तो इसका असर सिर्फ किसी एक कंपनी तक नहीं रहेगा बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी. देश में चारो तरफ हाहाकार मच जाएगा.  

👉 क्या म्यूचुअल फंड में पैसे डूब सकते हैं अगर आपके मन में अभी भी क्वेश्चन बना हुआ है तो आपको बता दें कि म्यूचुअल फंड में पैसा डूबेगा या नहीं यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप जिस म्युचुअल फंड में पैसे इन्वेस्ट कर रहे हैं वह कितना बेस्ट है. 

कोई म्यूचुअल फंड अच्छा है या नहीं इसका अंदाजा उस म्युचुअल फंड में मौजूद टोटल अमाउंट से लगाया जाता है. अगर किसी म्युचुअल फंड के अंदर हजारों करोड़ों रुपए का फंड है  तो इसका मतलब है कि लोग उस म्युचुअल फंड के ऊपर बहुत भरोसा करते हैं.  ऐसे म्युचुअल फंड के द्वारा इन्वेस्ट किए हुए पैसे डूबने के चांसेस बिल्कुल ना के बराबर होते हैं. 

👉 इसके अलावा बात करें कि म्यूचुअल फंड में पैसा डूब सकता है या नहीं तो इस क्वेश्चन का जवाब इस बात पर निर्भर करता है कि आपके पैसे को कौन मैनेज कर रहा है.  हमारे कहने का मतलब है कि जो व्यक्ति आपके पैसे को मैनेज कर रहा है उसे इस काम का कितना एक्सपीरियंस है. अगर म्युचुअल फंड मैनेजर को  5 से 10 साल का अनुभव है तो इसका मतलब है कि आपका पैसा सही व्यक्ति मैनेज कर रहा है.  

👉 इतना जानकारी मिलने के बावजूद अगर आपको अभी भी डाउट है कि क्या म्यूचुअल फंड में आपका पैसा डूब सकता है तो इस बात की पुष्टि करने के लिए आपने जिस म्युचुअल फंड में पैसे इन्वेस्ट किए हैं या करने वाले हैं तो उसके पिछले 5-10 साल के परफॉर्मेंस को देखें. अगर म्युचुअल फंड कंपनी ने हर साल अपने पिछले साल की तुलना में बेहतर रिटर्न दिया है तो इसका मतलब है कि आप सही म्युचुअल फंड में पैसे इन्वेस्ट कर रहे हैं. आपका पैसा नहीं डूबेगा. 

निष्कर्ष

दोस्तों यह थी जानकारी की क्या म्यूचुअल फंड में पैसा डूब सकता है या नहीं.   उम्मीद करते हैं इस लेख में दिए गए जानकारी आपको पसंद आई होगी और आपको स्पष्ट हो गया है गया कि म्यूचुअल फंड में पैसा डूब सकता है या नहीं.  अगर आपका अभी भी कोई सवाल है या डाउट है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं हम जल्दी से जल्द आपके मैं सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे. 

 तो फिलहाल आगे हम आप कुछ ऐसे क्वेश्चन ले रहे हैं जो अक्सर लोग पूछा  करते हैं शायद इनमें से कुछ क्वेश्चन आपके भी मन में हो तो आपको भी उनका जवाब मिल जाएगा-

FAQ – अक्सर पूंछे जाने वाले प्रश्न

अगर मैं म्यूचुअल फंड में 10000 निवेश करूं तो मुझे कितना मिलेगा?

दोस्तों अगर बात करें कि म्यूचुअल फंड में 1000 निवेश करने पर आपको कितना मिलेगा तो इस इसका हिसाब इस बात से लगाया जाता है कि आप अपने कितने समय के लिए इन्वेस्ट किया है और आपको इस इन्वेस्टमेंट पर कितना रिटर्न दिया जा रहा है. मान लीजिए अगर आप ए म्युचुअल फंड में 20 साल के लिए ₹10000 इन्वेस्ट करते हैं और आपको हर साल 12% का रिटर्न मिलता है तो अभी साल के समय अवधि बाद 10000 के इन्वेस्टमेंट पर आपको टोटल ₹92 लाख की कमाई होगी. 

म्यूचुअल फंड कितना सेफ है?

दोस्तों अगर आप म्युचुअल फंड में लंबी अवधि के लिए पैसे इन्वेस्ट करते हैं तो यह आपके लिए बहुत सेफ रहेगा क्योंकि लंबी अवधि में चक्रवृद्धि लाभ देने के कारण इसे अच्छा रिटर्न मिलता है. 

क्या म्यूचुअल फंड सुरक्षित निवेश है?

दोस्तों अगर आपका सवाल है कि म्यूचुअल फंड सुरक्षित निवेश है या नहीं. तो आपको बता दें कि म्यूचुअल फंड पूरी तरह से मार्केट पर आधारित निवेश है. मार्केट में उतार-चढ़ाव आता रहता है इसलिए एक तरह से म्युचुअल फंड पूरी तरह सुरक्षित नहीं है लेकिन म्युचुअल फंड को बड़े-बड़े प्रोफेशनल लोग, एक्सपर्ट लोग मैनेज करते हैं . उनकी पूरी तरह यही कोशिश रहती है कि आप जैसी निवेशको कम से कम नुकसान हो और अधिक से अधिक प्रॉफिट हो. इसलिए कहा जा सकता है कि म्यूचुअल फंड सुरक्षित भी है और उसमें थोड़ी बहुत रिस्क की मात्रा भी मौजूद है. 

म्यूचुअल फंड में कितने साल में पैसा डबल हो जाता है?

दोस्तों आमतौर पर 4 से 5 साल के अंदर म्युचुअल फंड पैसा डबल कर देती हैं.  

म्यूचुअल फंड कंपनी फेल होने पर क्या होगा?

 दोस्तों अगर बात करें कि म्यूचुअल फंड कंपनी फेल हो जाती है तो क्या होगा ऐसी स्थिति में म्युचुअल फंड कंपनी म्युचुअल फंड को बंद करने के लिए ऐसे भी से संपर्क करेगी या सेबी स्वयं फंड को बंद करने का आदेश दे सकता है. अगर ऐसा होता है तो म्युचुअल फंड के तरफ से सभी निवेशकों का उनका धनराशि वापस लौटा दिया जाएगा.  

म्यूचुअल फंड में नुकसान कब होता है?

दोस्तों बात करें कि म्यूचुअल फंड में नुकसान कब होता है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि म्यूचुअल फंड में नुकसान तभी होता है जब शेयर बाजार में गिरावट आती है. अगर आप म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं तो हमारी आपको सलाह है कि आप बाजार पर अपनी नजर बनाए रखें. अगर बाजार अपने हाई लेवल से 20% गिरे तो आपको लार्ज कैप वाले कंपनियों से मिड कैप में स्विच कर जाना चाहिए. 

1 साल में म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है?

 दोस्तों आमतौर पर ज्यादातर म्युचुअल फंड 1 साल के अंदर 12% का रिटर्न देते हैं. 

क्या हम 6 महीने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं?

दोस्तों म्युचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी होता हुआ जिसके अंतर्गत आप इसमें आप एक महीने दो महीने तीन महीने या 6 महीने में निवेश कर सकते हैं. 

भारत में नंबर 1 म्यूचुअल फंड कंपनी कौन सी है?

दोस्तों भारत में नंबर वन म्युचुअल फंड कंपनी की बात करें तो उसमें एचडीएफसी म्युचुअल फंड कंपनी का नाम आता है. गूगल यूट्यूब में सर्च करके आप इस म्युचुअल फंड के बारे में अधिक जानकारी ले सकते हैं.

क्या अभी म्यूचुअल फंड खरीदने का अच्छा समय है?

दोस्तों किसी भी कंपनी की म्युचुअल फंड खरीदने का अच्छा समय तब होता है जब उनकी NAV यानी नेट ऐसेट वैल्यू की कीमत यूनिट की कीमत से कम हो. अगर आप कम NAV पर म्युचुअल फंड खरीदेंगे तो आपको ज्यादा रिटर्न मिलेगा. हम आपको सलाह देंगे कि आपको म्युचुअल फंड खरीदने के बारे में तब सोचना चाहिए जब बाजार अपने लो लेवल पर हो. ऐसे मौके पर आप कम कीमत में शेयर खरीद सकते हैं और जब उनके दाम बढ़े तो उन्हे बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं. 

कौन सी कैटेगरी का म्यूचुअल फंड बेस्ट है?

दोस्तों किसी व्यक्ति के लिए कौन सी कैटेगरी का म्युचुअल फंड सही रहेगा यह उसकेवित्तीय लक्ष्य तथा जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है. अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा तेजी के साथ बने तो आप इक्विटी फंड में जा सकते हैं अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा धीरे-धीरे बढ़े तो आप डेट फंड में जा सकते हैं. 

सबसे सुरक्षित निवेश कौन सा है?

दोस्तों अगर बात करने की सबसे सुरक्षित निवेश कौन सा है तो उनमें सुकन्या समृद्धि योजना , पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ, डाकघर मासिक आय योजना , जीवन बीमा बॉन्ड आदि का नाम आता है.

क्या मुझे अपना म्यूचुअल फंड निकालना चाहिए?

दोस्तों अगर आपके फाइनेंशियल गोल बदल गए हैं तो आप अपने म्युचुअल फंड को बेचने के बारे में सोच सकते हैं. जब सही समय आए तो फिर आप उन्हें खरीदने का विचार कर सकते हैं. 

आप कितनी जल्दी म्यूचुअल फंड बेच सकते हैं?

दोस्तों शेयर खरीदने के बाद आप किसी भी समय अपनी म्युचुअल फंड की होल्डिंग को बेच सकते हैं. 

मुझे म्यूचुअल फंड में कितनी बार निवेश करना चाहिए?

दोस्तों अगर आपको पता नहीं है कि म्यूचुअल फंड में आपको कितनी बार निवेश करना चाहिए तो हमारा मानना है कि आपको म्युचुअल फंड में SIP करना चाहिए. SIP करने पर आप हर महीने कुछ पैसे म्युचुअल फंड में इनवेस्ट करेंगे. 

क्या हम 1 महीने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं?

दोस्तों अगर आप 1 महीने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो शॉर्ट टर्म म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. इन म्युचुअल फंड की ड्यूरेशन 15 से 91 दिनों तक होती है. 

म्यूचुअल फंड से पैसा कब निकाल सकते हैं?

दोस्तों म्युचुअल फंड में लगाए हुए पैसे को आप किसी भी समय निकाल सकते हैं. 

भारत की सबसे बड़ी म्यूचुअल फंड कंपनी कौन सी है?

कहते हैं कि यूनियन ट्रस्ट ऑफ इंडिया या ऊटी भारत का सबसे बड़ा म्युचुअल फंड संगठन है. इस संगठन के स्थापना 1963 में हुई थी

पिछले 10 सालों में कौन सा म्यूचुअल फंड सबसे ज्यादा रिटर्न देता है?

दोस्तों पिछले 10 सालों में क्वांट फोकस्ड फंड ने सबसे ज्यादा(19.03%) रिटर्न दिए हैं इसके बाद निप्पों इंडिया फोकस्ड इक्विटी फंड का नाम आता है. 

म्यूचुअल फंड में लॉन्ग टर्म क्या है?

अगर आपको म्युचुअल फंड में लॉन्ग टर्म क्या है के बारे में जानकारी नहीं है तो बता दे की लॉन्ग टर्म दीर्घकालिक निवेश को कहा जाता है. यह समय 3 साल से अधिक तक होता है 

5 साल के लिए कौन सा निवेश सबसे अच्छा है

अगर बात करें कि 5 साल के लिए कौन से निवेश सबसे अच्छा है तो उसमें कई तरह की इन्वेस्टमेंट प्लान का नाम आता है जैसे की बचत खाता, लिक्विड फंड ,फिक्स्ड मेच्योरिटी प्लान ,आर्बिट्राज फंड, बैंक एफडी आदि .  

अगर मैं 1 साल से पहले अपने म्यूचुअल फंड निकाल लेता हूं तो क्या होता है?

दोस्तों अगर आप 1 साल से पहले अपनी म्युचुअल फंड निकाल लेते हैं तो इस पर आपको एग्जिट लोड के नाम पर म्युचुअल फंड को पैसे देने होंगे. यह पैसे म्युचुअल फंड वाले आपके जमा किए हुए अमाउंट में से काट लेंगे. अगर आपको पैसे की तत्काल आवश्यकता नहीं है तो हमारा मानना है कि आपको समय से पहले म्युचुअल फंड को रिडीम नहीं करना चाहिए. 

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