दोस्तों कम कीमत वाले स्टॉक ऐसे स्टॉक को कहते हैं जो स्टॉक एक्सचेंज में सस्ते दाम पर ट्रेड कर रहे होते हैं। अगर आपके पास इन्वेस्टिंग करने के लिए ज्यादा पैसे नहीं है तो आप सस्ते स्टॉक में पैसे लगा सकते हैं और समय के साथ इन स्टॉक में ग्रोथ आने पर अपने इन्वेस्टमेंट के वैल्यू को भी बढ़ा सकते हैं।
बहुत से लोगों का कहना होता है कि सस्ते कीमत वाले स्टॉक रिस्की होते हैं। यह बात सच है लेकिन अगर आप सही रिसर्च के साथ है बेस्ट कंपनी के स्टॉक में पैसे लगाएंगे तो आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा। आइए हम आपको बताते हैं कि कम कीमत वाले स्टॉक कैसे ढूंढा जाता है-
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सस्ते स्टॉक को कैसे ढूंढे
दोस्तों अगर आप सस्ते स्टॉक को ढूंढना चाहते हैं तो इसके लिए आपको स्टॉक स्क्रीनर की मदद लेनी होगी। आजकल इंटरनेट में बहुत सारे वेबसाइट है जो फ्री स्टॉक स्क्रीनिंग की सर्विस फ्री में देते हैं आप इन वेबसाइट में जाकर सस्ते स्टॉक को शॉर्ट लिस्ट कर सकते हैं-
कम कीमत वाले स्टॉक में पैसे लगाने के फायदे और नुकसान
दोस्तों सस्ते स्टॉक में पैसे लगाने के अपने फायदे और नुकसान हैं। अगर आप बिना जानकारी के सस्ते स्टॉक काम में पैसे लगा देंगे तो कहीं ना कहीं आपको पछतावा होगा। आइए हम आपको सस्ते स्टॉक में पैसे लगाने के फायदे नुकसान बताते हैं-
कम कीमत वाले स्टॉक में पैसे लगाने के फायदे
- कम कीमत वाले स्टॉक सस्ते होते हैं इसलिए इन्हे ज्यादा मात्रा में खरीदा जा सकता है और अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई किया जा सकता है।
- कम कीमत वाले स्टॉक में ऐसे कंपनी का नाम आता है जिनका बिजनेस अभी ग्रोइंग लेवल पर होता है इसलिए इनमें आगे बढ़ाने की बहुत संभावना होती है। इसलिए इंवेस्टमेंट पर अच्छा रिटर्न मिलता है।
कम कीमत वाली स्टॉक में पैसे लगाने के नुकसान
- दोस्तों कम कीमत वाले स्टॉक में पैसे लगाने के बाद इन्हें बेचने में दिक्कत होती है क्योंकि इनमें ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होता है। यानी यहां पर स्टॉक खरीदने या बेचने वाले लोग कम होते हैं।
- पेनी स्टॉक से संबंधित कंपनियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिलती। ऐसे में समझ में नहीं आता कि किस कंपनी के स्टॉक में पैसे लगाने से फायदा मिलेगा।
- एक कम कीमत वाली स्टॉक में ऐसे लोग शामिल होते हैं जो पहले उसके एक प्राइस को बढ़ाने के लिए अच्छा खासा प्रचार करते हैं कि कंपनी का फ्यूचर स्कोप अच्छा है , कंपनी ग्रो करेगा,अच्छा रिटर्न देगा। इन लोगों को शेयर मार्केट का ऑपरेटर कहा जाता हैं। ऑपरेटर के द्वारा इस तरह का लालच देने से बहुत से लोग इस तरह के स्टॉक में पैसा लगा देते हैं। डिमांड बढ़ने की वजह से स्टॉक का प्राइस बढ़ता देख बाकि लोग भी जब उसी कंपनी का शेयर खरीदते है तो ऑपरेटर कम दाम में खरीदे हुए अपने शेयर को ज्यादा दाम में बेचकर निकल जाते हैं।
जब ऑपरेटर अपना सारा शेयर बेच देते हैं तो स्टॉक का प्राइस नीचे गिर जाता है। इस तरह से पेनी स्टॉक को आसानी से ममैनुपुलेट किया जा सकता है , जिससे हम रिटेल इन्वेस्टर फंस जाते हैं।
क्या हमें कम कीमत वाले स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए
दोस्तों कम कीमत वाले स्टॉक में पैसे लगाने के अपने फायदे और नुकसान है लेकिन अगर सही रिसर्च के साथ बढ़िया स्टॉक को चुना जाए तो कम कीमत वाले स्टॉक से भी अच्छा रिजल्ट मिल सकता है क्योंकि मार्केट में आज जो भी बड़ी कंपनी है वह कभी ना कभी एक पेनी स्टॉक या छोटी कंपनियों की लिस्ट में रही होगी।
तो पेनी स्टॉक और छोटी कंपनियों में के शेयर में पैसा लगाने से जब इन कंपनियों में ग्रोथ होगा तो उसका हमें अच्छा रिटर्न में देखने को मिलेगा। इसलिए बहुत सारे लोग कम कीमत वाले स्टॉक की तरफ आकर्षित होते हैं।