जानिए – शेयर खरीदने के बाद कितनी जल्दी आप उन्हें बेच सकते हैं?

शेयर खरीदने के बाद कितनी जल्दी आप उन्हें बेच सकते हैं? दोस्त इस तरह के सवाल अक्सर वही लोग पूछते हैं जो शेयर मार्केट में नए होते हैं और उन्होंने स्टॉक को खरीदने बेचने का ज्यादा अनुभव नहीं होता है। 

अगर आपका भी यही सवाल है कि शेयर खरीदने के बाद कितनी जल्दी उन्हें बेचा जा सकता है? तो इस टॉपिक पर पूरी जानकारी के लिए हमारे इस आर्टिकल के साथ लास्ट तक बने रहे। यहां पर आपकी सभी शंकाओं का समाधान मिल जाएगा।

शेयर खरीदने के बाद कितनी जल्दी आप उन्हें बेच सकते हैं?

दोस्तों किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने के बाद उसे बेचने के लिए कोई फिक्स टाइम नहीं है कि उसे कब बेचना चाहिए। आप शेयर खरीदने के कुछ मिनट के अंदर, अगले दिन ,अगले महीने या फिर अगले साल बेच सकते हैं। 

अगर आप शेयर को आज खरीद कर आज ही बेचेंगे तो इसे इंट्राडे कहा जाएगा। अगर आप शेयर को आज खरीदने के बाद कल बेचेंगे तो इसे BTST ( buy today sell tomorrow) ट्रेडिंग कहा जाएगा। 

अगर आप शेर को आज खरीदने के बाद एक हफ्ते या 1 महीने के अंदर बेचते हैं तो इसे swing trading कहा जाएगा। 

वहीं अगर आप शेयर को लंबे समय बाद जेसे कि 1 साल छः महीने बाद बेचते हैं तो इसे एक तरह से इन्वेस्टमेंट वाला ट्रेडिंग कहा जाएगा। 

दोस्तो कहने का मतलब यह है कि शेयर को खरीदने के बाद आप उसे जब चाहे तब बेच सकते हैं लेकिन intraday और BTST ट्रेडिंग के बारे में आपको कुछ चीज़ पता होना जरूरी है। आइए हम आपको उसके बारे में बताते हैं-

BTST ( buy today sell tomorrow)

मान लीजिए आज आपने सेलर A से किसी कंपनी के 100 शेयर खरीदे। अब अगर अगले दिन उस शेयर का प्राइस बढ़ जाता है और आप उसे बेचना चाहते हैं तो ऐसे मे आप सेल का आर्डर लगा देंगे। 

लेकिन सोचिए अगर किसी वजह से वह सेलर आपको कंपनी के शेयर देने में असफल हो जाता है यानी आपके डिमैट अकाउंट में शेयर की डिलीवरी नही हो पाती है तो ऐसे में उस सेलर को पेनेलाइज किया जाएगा। 

साथ में यह पेनल्टी आपके ऊपर भी लगेगा क्योंकि अभी तक आपके पास वह शेयर नहीं पहुंचे हैं लेकिन फिर भी आपने सेल का आर्डर लगा दिया है। 

दोस्तों अगर आप शेयर को खरीदने के बाद है उसे अगले दिन बेचना चाहते हैं तो आप उसे बिल्कुल बेच सकते हैं। इस तरह के ट्रेडिंग को BTST ट्रेडिंग कहते हैं , जिसका पूरा मतलब Buy today, sell tomorrow होता है। 

इस तरह के ट्रेडिंग आमतौर पर होते रहते हैं लेकिन कभी-कभी इस तरह के ट्रांजैक्शन में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 

इंट्राडे ट्रेडिंग 

उदाहरण के लिए मानकर चलते हैं कि आपने किसी कंपनी के 100 शेयर को 10:30 बजे ₹100 प्रति शेयर के हिसाब से खरीदा और इस शेयर का प्राइस 2:30 बजे तक में 110 रुपए हो जाता है तो आप प्रॉफिट में रहेंगे और इसे बेचने के बारे में सोचेंगे। 

प्रति शेयर 100 रुपए में खरीदकर 110 रुपए में बेचने पर आपको ₹10 का फायदा होगा यानी 100 शेयर खरीदने के बाद टोटल ₹1000 का प्रॉफिट होगा। 

लेकिन यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि कोई भी शेयर खरीदने के बाद उसे आपके डिमैट अकाउंट में आने में आमतौर पर एक दिन का समय लगता है। इसे T+1 सेटलमेंट कहते हैं। 

इस तरह के ट्रांजैक्शन को डिलीवरी बेस्ड ट्रांजैक्शन भी कहा जाता है क्योंकि इसमें आप शेयर को डिलीवरी में खरीदते हैं।

हालांकि आप सुबह के टाइम पर खरीदे गए शेयर को आसानी से उसी दिन मार्केट क्लोज होने के पहले बेच सकते हैं। आपको बता दें कि शेयर को उसी दिन खरीदना और उसी दिन बेचने इंट्राडे कहलाता है। 

यह ट्रेडिंग करने का एक पॉपुलर तरीका है जिसमे मिनटों में कुछ लोग हजारों लाखों कमाते हैं और कुछ लोग इतना ही गवाते हैं। 

इंट्राडे में ट्रांजैक्शन कैश के द्वारा होता है। इसका मतलब है कि जो भी buyer और seller होते हैं। उनके बीच वास्तविक्त शेयरों का लेन देन ना होकर कैश का लेनदेन होता है। 

अक्सर पूंछे जाने वाले सवालों के जवाब 

क्या हम स्टॉक खरीदने के तुरंत बाद बेच सकते हैं

जी हां आप स्टॉक को खरीदने के तुरंत बाद उसे बेच सकते हैं

क्या मैं उसी दिन शेयर खरीद और बेच सकता हूं?

जी हां आप उसी दिन शेयर खरीद और बेच सकते हैं। इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं। 

स्टॉक को खरीदने का सबसे अच्छा समय क्या होता है

स्टॉक को खरीदने के लिए 9:30 बजे से 10:30 तक का समय सबसे अच्छा माना जाता है।

शेयर बेचने के बाद क्या होता है?

देखिए शेयर बेचने के बाद शेयर आपके डीमैट खाते से डेबिट कर दिए जाते हैं और जिस भाव में शेयर बेचा गया है उसका पैसा आपके ट्रेडिंग अकाउंट में जमा कर दिया जाता है। 

शेयर खरीदने के बाद कितनी जल्दी आप उन्हें बेच सकते हैं? [निष्कर्ष]

दोस्तों अंत में हम यही कहेंगे कि शेयर खरीदने के बाद आप कितनी जल्दी उसे बेच सकते हैं यह आपके ऊपर निर्भर करेगा कि आप कितने समय तक के लिए शेयर को होल्ड करना चाहते हैं।

अगर आपने किसी अच्छी कंपनी के शेयर खरीदा होगा जिसका मार्केट केपीटलाइजेशन अच्छा हो,PE रेशों अच्छा हो और कंपनी का बिजनेस अच्छा चल रहा हो तो ऐसे कंपनियों के शेयर को होल्ड करके रखने से भविष्य में अच्छा रिटर्न मिलता है।

वहीं अगर आपने किसी छोटी-मोटी कंपनी के सस्ते शेयर को खरीदा है जो आने वाले समय में कैसा परफॉर्म करेगी इसका कोई भरोसा नहीं है तो आप उसे जल्दी बेचने के बारे में सोच सकते हैं।

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