अभी जाने - 1 साल में म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है

अभी जाने – 1 साल में म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है

दोस्तों जब पैसे इन्वेस्ट करने की बात आती है तो मुख्य रूप से म्युचुअल फंड और स्टॉक मार्केट का नाम सुनने को मिलता है क्योंकि इन तरीकों से सबसे ज्यादा रिटर्न कमाया जा सकता है.

चाहे आप पैसे से पैसे कमाने के लिए म्यूचुअल फंड में पैसे इन्वेस्ट कर रहे हो या फिर अपने भविष्य के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए. आपके मन में यह सवाल आना लाजमी है कि 1 साल में म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है .

अगर आप इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल के साथ लास्ट तक बन रहे हैं. हम आपको विस्तार से बताएंगे कि 1 साल में म्युचुअल फंड कितना रिटर्न देता है और कैसे देता है.

1 साल में म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है

दोस्तों अगर आपका सवाल है कि 1 साल में म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है  तो आपको बता दें कि म्युचुअल फंड का रिटर्न पूरी तरह से मार्केट के सिचुएशन पर आधारित होता है. जिस साल मार्केट में मंदी रहती है तो उस साल म्युचुअल फंड का रिटर्न कम होता है वहीं जिस साल मार्केट में तेजी रहती है तो उस साल म्युचुअल फंड के रिटर्न पिछले साल के तुलना में ज्यादा अच्छा होता है. यानि कहने का मतलब है कि म्यूचुअल फंड में मिलने वाला रिटर्न हमेशा या हर साल एक सा नहीं होता है. क्योंकि मार्केट की कंडीशन एक सी नहीं होती है.

ऐसे में आपके मन में सवाल आ सकता है कि अगर म्युचुअल फंड से मिलने वाला रिटर्न फिक्स नहीं होता तो फिर हम इसमें अपने पैसे क्यों लगाए?  अपने पैसे को बैंक में ही क्यों न रखें , क्योंकि वहां पर हमारा पैसा सिक्योर होता है जहां बैंक वाले 7 से 8% सालाना फिक्स्ड रिटर्न देने का दावा करते हैं और फिर देते भी हैं.

तो दोस्तों दरअसल बात यह है कि भले ही म्युचुअल फंड में मिलने वाला रिटर्न फिक्स नहीं होता क्योंकि यह मार्केट के कंडीशन पर आधारित होता है लेकिन जब म्युचुअल फंड से मिलने वाले हर साल के रिटर्न को टोटल कैलकुलेट किया जाता है तो यह रिटर्न बैंक के तरफ से मिलने वाले सालाना 7 से 8% के टोटल रिटर्न ने की तुलना में बहुत ज्यादा होते हैं.

यही वजह है कि म्यूचुअल फंड रिटर्न फिक्स न होने के बावजूद भी बहुत सारे समझदार लोग बैंक के बजाय म्युचुअल फंड में पैसे इन्वेस्ट करते हैं क्योंकि उन्हें पता होता है कि लॉन्ग टर्म में म्युचुअल फंड बहुत फायदेमंद होता है. 

आइए आपको एक उदाहरण देकर समझते हैं कि किस तरह बैंक में पैसे डालने से मिलने वाला रिटर्न म्युचुअल फंड में डालने से मिलने वाले रिटर्न से किस तरह अलग होता है. 

इस एग्जांपल में 2012 से लेकर 2021 तक के 10 सालों में म्युचुअल फंड के रिटर्न को कैलकुलेट कर रहे हैं. इस दौरान हर साल म्युचुअल फंड ने कितना रिटर्न दिया है उसका लिस्ट इस तरह है 

  • 2012: 18%
  • 2013: 16%
  • 2014: 13%
  • 2015: 9%
  • 2016: 14%
  • 2017: 11%
  • 2018: 8%
  • 2019: 15%
  • 2020: 12%
  • 2021: 10%

दोस्तों अब हम 2012 से 2021 के दौरान बैंक के रिटर्न की लिस्ट दे रहे हैं जिसमें बैंक हर साल एक फिक्स्ड रिटर्न (6 से 7%) देती हैं. 

  • 2012: 7%
  • 2013: 6%
  • 2014: 5%
  • 2015: 8%
  • 2016: 7%
  • 2017: 6%
  • 2018: 4%
  • 2019: 5%
  • 2020: 7%
  • 2021: 6%

दोस्तों अब हम म्युचुअल फंड के रिटर्न का एवरेज निकालने के लिए सभी साल के रिटर्न को उसके नंबर ऑफ रिटर्न की संख्या यानी 10 से भाग देंगे- 

Average Mutual Fund Return: (18% + 16% + 13% + 9% + 14% + 11% + 8% + 15% + 12% + 10%) / 10 = 12.6%

इसी तरह बैंक के 10 साल के एवरेज रिटर्न को निकालने के लिए भी हम यहां हम 10 साल के टोटल रिटर्न को 10 से भाग देंगे- 

Average Bank Return: (7% + 6% + 5% + 8% + 7% + 6% + 4% + 5% + 7% + 6%) / 10 = 6.1%

दोस्तों ऊपर दिए गए जानकारी से आप समझ सकते हैं कि अगर आपने म्युचुअल फंड में 10 साल तक पैसा लगाया होता तो आपको अपने इन्वेस्टमेंट पर एवरेज 12% का रिटर्न मिलता. वहीं अगर आपने इस पैसे को बैंक में लगाया होता तो आपको एवरेज 6% का रिटर्न मिलता. 

दोस्तों कहने का मतलब है कि अगर आपके पास समय है और इतने पैसे हैं कि 10-15 साल उस पैसे को निकालने का कोई मतलब नहीं है तो आप इन पैसों को लंबे समय के लिए म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करके अच्छा खासा रिटर्न कमा सकते हैं. 

उदाहरण के लिए मान लीजिए आपके दो बच्चे हैं एक की उम्र 1 साल है और दूसरे की उम्र 3 साल है. आपने अपने बच्चो के भविष्य के लिए 1 लाख रूपए बचाकर रखा है. जब आपके बच्चों की उम्र 20 साल की होगी तब आपको पैसों की जरूरत होगी. तो अभी अपने बच्चों के लिए आपने जो भी पैसे जुटा कर रखे हैं उन पैसों को आप म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट कर सकते हैं. 

आप इसे इस तरह सोचिए कि बैंक जो आपको रिटर्न दे रहा है वह भी तो किसी म्युचुअल फंड से कमा कर दे रही होगी.  तो जब बैंक खुद मार्केट में पैसे लगाकर सिर्फ 7% से 8% रिटर्न दे रही है और बाकी अपने पास रख लेती है तो हम क्योंकि नहीं खुद डायरेक्ट म्यूचुअल फंड या स्टॉक मार्केट में पैसे लगाए. यहां पर ज्यादा रिटर्न मिलेगा.  

दोस्तों अब अगर फिर से बात करें कि 1 साल में म्युचुअल फंड कितना रिटर्न दे देता है तो वही बात आती है कि यह रिटर्न मार्केट के कंडीशन पर निर्भर करता है. मार्केट कंडीशंस अच्छी होगी तो म्युचुअल फंड का रिटर्न भी अच्छा होगा और मार्केट कंडीशन खराब हो गई है तो म्युचुअल फंड के रिटर्न में भी खराब होंगे. 

वैसे दोस्तों Zee Business वेबसाइट का कहना है कि लंबी अवधि में म्युचुअल फंड आम तौर पर 12% का रिटर्न देते हैं. अगर आप 10 साल तक हर महीने 50,000 की SIP करते हैं तो इस दौरान 12% रिटर्न के हिसाब से आपका टोटल 1.6 करोड रुपए का कार्पस यानी पूंजी बन जाएगा. इसमें से ₹60 लाख आपका इन्वेस्टमेंट होगा जो कि आपने इस 10 साल के दौरान लगाया होगा और 56.6 लख रुपए आपका रिटर्न होगा जो कि इस 10 साल के दौरान अपने म्युचुअल फंड से कमाए होंगे. 

लोग अक्सर इस तरह के प्रश्न पूछते हैं-

सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला म्यूच्यूअल फण्ड 2023

दोस्तों सबसे ज्यादा रिटर्न वाले म्युचुअल फंड की बात करें तो इसमेंएसबीआई स्मॉल कैप फंड , मिरे एसेट लार्ज कैप फंड,  मिरे एसेट हाइब्रिड इक्विटी फंड, एक्सिस ब्लूचिप फंड, एक्सिस मिडकैप फंड, पराग पारीख लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड,  यूटीआई फ्लेक्सी कैप फंड और एक्सिस स्मॉल कैप फंड का नाम आता है.

एसबीआई म्यूचुअल फंड में कितना ब्याज मिलता है

बात करें एसबीआई म्युचुअल फंड में कितना ब्याज मिलता है तो यहां परअगरब्याज से आपका मतलब रिटर्न है तो एसबीआई म्युचुअल फंड ने पिछले तीन से पांच साल में अब तक 28.04% & 18.38%. का रिटर्न दिया है. 

15 सालों से सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला मुचल फंड

अगर बात करें 15 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले म्युचुअल फंड कौन सा है तो इसमें ICICI Prudential Technology Fund – Direct Plan – Growth का नाम आता है जो कि इसने 33.65% रिटर्न दिया है. 

सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला म्यूच्यूअल फण्ड Hindi

सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली म्युचुअल फंड में ICICI Prudential Small Cap Fund Direct Plan-Growth का नाम आता है. इसने पिछले 3 सालों में 36 % का रिटर्न दिया है. 

म्यूचुअल फंड में पैसा कब लगाएं

 दोस्तों म्युचुअल फंड में पैसे लगाने का सही समय तब होता है जब मार्केट गिर रहा होक्योंकि यह ऐसा टाइम होता है जब म्युचुअल फंड की अन्यब यानी नेट ऐसेट वैल्यू उसकी यूनिट कीमत से कम होती है और यह अन्य भी आपको सस्ते मिलते हैं. 

सिप में कितना रिटर्न मिलता है

दोस्तों वैसे तो सिप हमें औसतन 12% का रिटर्न मिलता है लेकिन अगर आप ज्यादा समय तक निवेश करते रहेंगे तो आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलेगा जिससे आपका रिटर्न में बढ़ जाएगा. 

म्यूच्यूअल फण्ड में कितना रिटर्न मिलता है

देखिए दोस्तों म्युचुअल फंड में कई तरह के इन्वेस्टमेंट होते हैं अगर आप को आसन बताएं कि म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है तो यह लगभग 12% सालाना के करीब होता हैलेकिन फ्लेक्सी कैप फंड या मल्टी कैप फंड 15 फीस दी का रिटर्न देते हैं इसके अलावा कुछ फंड ऐसे भी होते हैं जो प्लीज फिक्स थे रिटर्न दे सकते हैं. 

म्यूचुअल फंड सही है या गलत

दोस्तों म्युचुअल फंड सही है गलत है तो बता दे कि म्यूचुअल फंड वास्तव में एकदम सही है क्योंकि यह न सिर्फ वह महंगाई को मार देता है बल्कि लंबी अवधि तक पैसे इन्वेस्ट करने से आपके फाइनेंशियल गोल को पूरा करने में भी मदद करता है.वैसे म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट करने से कुछ रिस्क भी होता है लेकिन अगर आप बेस्ट म्युचुअल फंड कंपनी में पैसे इन्वेस्ट करेंगे तो यह रिस्क न के बराबर हो जाएगा.

एसबीआई म्यूचुअल फंड क्या है

दोस्तों एसबीआई म्युचुअल फंड कुछ नहीं बल्कि पब्लिक सेक्टर के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक के द्वारा संचालित एक फंड हाउस है. जैसा कि सभी म्युचुअल फंड कंपनी लोगों से पैसे लेकर उसे स्टॉक मार्केट आदि जगहों पर इन्वेस्ट करती है और उनसे रिटर्न कमाकर वापस लोगों को देती है. इसी तरह एसबीआई म्युचुअल फंड भी लोगों से पैसे लेकर उन्हें अलग-अलग स्टॉक या डेब्ट में इन्वेस्ट करके रिटर्न जनरेट करती हैं. 

SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान

दोस्तों एसबीआई म्युचुअल फंड एक जानी-मानी म्युचुअल फंड कंपनी है. यह बहुत सारे म्युचुअल फंड निवेशको काफी अच्छा रिटर्न दे रही है. लेकिन कुछ लोगो के मन में सवाल आ रहा है कि एसबीआई म्युचुअल फंड के कुछ नुकसान भी है क्या. तो इस कड़ी में पेश है आपके लिए यह जानकारी-

  1. दोस्तों एसबीआई म्युचुअल फंड के कुछ स्कीम्स को छोड़कर ज्यादा मतलब अन्य स्कीमपहले की तरह परफॉर्म नहीं कर रही हैं.
  2. एसबीआई ने अपनी बेस्ट परफॉर्मिंग म्युचुअल फंड स्कीम में लंप सम इन्वेस्टमेंट का विकल्प बंद कर दिया है. 
  3.  एसबीआई म्युचुअल फंड के कुछ स्कीम पिछले वर्षों की तुलना में कम रिटर्न दे रहे हैं.
  4. एसबीआई के रेगुलर म्युचुअल फंड डायरेक्ट फंड की तुलना में कम रिटर्न दे रहे हैं. 
  5. अगर आप एसबीआई के किसी म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट करने के 1 साल के भीतर ही उन्हें बेचते हैं तो आपको 1% का एग्जिट लोड देना पड़ेगा.
  6. म्युचुअल फंड से जो भी आपको कमाई होगी उसे पर आपको टैक्स देना पड़ेगा

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