इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखे  [मोबाइल से सीखिए – रोज 2000 कमाई ]

दोस्तों इस बात में कोई शक नहीं है कि इंट्राडे ट्रेडिंग से मोटे पैसे कमाए जा सकते है लेकिन पैसे कमाने के साथ ही इसमें उतना ही बड़ा जोखिम होता है.  अगर आप जोखिमों को समझे बिना इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर देते हैं तो बाद में आपको इसका बड़ा खामियांजा भुगतना पड़ सकता है. 

अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग में होने वाले नुकसानों से बचना चाहते हैं तो इसके लिए बहुत जरूरी है कि आप मार्केट की बारीकियों को समझें. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कोई मार्केट की बारीकियों को कैसे समझ सकता है और इससे इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे कर सकते हैं.

दोस्तों अगर आपके पास भी यही सवाल है तो आज के इस आर्टिकल में आपको इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करने के लिए ऐसे टिप्स देंगे और वह तमाम जानकारियां बताएंगे जिससे आप एक सफल ट्रेंडर बन सकते हैं. 

कुल मिलाकर कहें तो आज का यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही हेल्पफुल होने वाला है इसलिए पूरी जानकारी हेतु हमारे आर्टिकल के साथ लास्ट तक बने रहे……..

पहले समझिए ‘क्या है Intraday Trading in Hindi में 

दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग वन डे इंटरनेशनल गेम की तरह होता है जिसमें एक ही दिन के अंदर शेयर को खरीद कर बेचना होता है. स्टॉक मार्केट 9:15 AM पर स्टार्ट होता है और 3:30 PM पर क्लोज हो जाता है तो इसी बीच किसी भी शेयर को बाय करके 3:15 से पहले पहले उसको सेल करना होता है. अगर आप खुद से सेल नहीं करते तो आपका ब्रोकर सेल कर देगा. अगर एक दिन के अंदर शेयर की प्राइस बढ़ जाती है तो आपको प्रॉफिट होगा और नहीं बढ़ती है तो फिर लॉस जिंदाबाद. 

लेकिन दोस्तों वहीं अगर आप शेयर को खरीद कर एक ही दिन में नहीं बेचते बल्कि उसे एक या दो हफ्ते बाद या एक महीने बाद किसी भी दिन बेचते हैं तो इसे इंट्राडे में नहीं गिना जाएगा. बल्कि इसे डिलीवरी कहेंगे. 

वैसे दोस्तों बहुत सारे लोगों का मानना है कि स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना है तो सबसे पहले इंट्राडे से शुरूआत  करना चाहिए लेकिन यह बात पूरी तरह से सच नहीं है क्योंकि दोस्तों अगर इंट्राडे में एक दिन के अंदर लाखो रु. कमाया जा सकता है तो इसका उल्टा भी उतना ही सच है कि आप लाखों रुपए गवां भी सकते हैं. 

वैसे जो लोग इंट्राडे में अपना नुकसान कर बैठते हैं उनमें से ज्यादातर लोगों का नुकसान होने के पीछे बड़ी वजह यही होता है की वे इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सही स्टॉक का चुनाव नहीं करते हैं और बस यूं ही किसी आस पड़ोस के लोगो से सुनकर या दोस्त के कहने पर किसी भी स्टॉक से ट्रेडिंग करने लग जाते हैं . इंट्राडे ट्रेडिंग करने का यह बिल्कुल भी सही तरीका नहीं है. ऐसे में आपका प्रॉफिट कम और नुकसान ज्यादा होगा. क्योंकि जब तक आप में इंट्राडे के बारे में सीखेंगे नहीं तो डेली प्रॉफिट कमाना तो दूर की बात है सही स्टॉक का चुनाव भी नहीं कर पाएंगे. 

वैसे जब भी कोई नौसिखिया ट्रेडर एक दो बार इंट्राडे में मुनाफा कमा लेता है तो उसे लगने लगता है कि वह ट्रेडिंग के बारे में काफी कुछ जान गया है लेकिन यह उसकी गलतफहमी होती है जो की उसकी भरपाई बाद में खुद ही करनी पड़ती है. इसलिए दोस्तों इंट्रा डे में लंबे रेस का घोड़ा बनने के लिए आपको इसकी पूरी ABCD सीखनी होगी.

पूरे अनुभव, एक्सपीरियंस और कॉन्फिडेंस के साथ इंट्राडे ट्रेडिंग सीखने में भले ही आपको 1 से 2 महीने का समय लगे लेकिन एक बार जब आप पूरी बैकटेस्टिंग के साथ एक्सपेरिमेंट करके इंट्राडे सीख लेंगे तो फिर आप हर कदम फूंक फूंक कर रखेगे और फिर बिना नुकसान के मोटा प्रॉफिट कमाना आपके लिए बाएं हांथ का खेल बन जाएगा.  

अगर आप जानने के लिए तैयार हैं intraday kaise sikhe तो आइए हम आपको विस्तार से बताते हैं कि कैसे आप intraday trading सीख सकते हैं और इसके कौन-कौन से तरीके हैं. दोस्तों लास्ट में हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देंगे जो आपको intraday trading करने में समय बहुत काम आयेगे.  

इंट्राडे ट्रेडिंग क्यों सीखे

दोस्तों आगे हम आपको कुछ ऐसे महत्वपूर्ण वजह बता रहे हैं जिसके चलते आपको इंटरनेट ट्रेडिंग सीखना चाहिए. अगर यह वजह आपकी सोच से मिलते हैं तो फिर आपको इंट्राडे ट्रेडिंग जरूर करना चाहिए –

  • मोटी कमाई की संभावना-  अगर आपको कम समय में ज्यादा पैसे कमाना चाहते हैं तो इंट्रा डे ट्रेडिंग आपके लिए है. आज के टाइम पर बहुत सारे ट्रेडर हैं कुछ ही मिनटों या घंटों में रोजाना हजारों लाखों की कमाई कर लेते हैं लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि इसमें जितनी कमाई होती है उतना ही रिस्क के चांसेस होते हैं. अगर आपको इंट्रा डे ट्रेडिंग की समझ नहीं है तो आप अपने पैसों से हाथ धो सकते हैं. 
  • मिलती है फ्लैक्सिबिलिटी- दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग उनके लिए और बहुत अच्छा है जो कि कहीं से भी और कभी भी पैसे कमाना चाहते हैं. अगर आपको भी इस तरह की फ्लैक्सिबिलिटी चाहिए तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग बेस्ट है. आप दुनिया के किसी भी कोने में रहकर इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं. 
  • होती है एक्साइटमेंट – दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग में कम समय में ज्यादा मुनाफा मिलता है और साथ में नुकसान होने की संभावना होती है जिससे यह बहुत ही एक्साइटमेंट और चुनौती पूर्ण होता है. सभी ट्रेडर्स को ऐसे निर्णय लेने होते हैं जिससे वह मार्केट को प्रिडिक्ट कर सके की जिस स्टॉक में वह ट्रेड कर रहे हैं वह ऊपर जाएगा या नीचे जाएगा. अगर आपको भी इसी तरह के एक्साइटमेंट का एक्सपीरियंस करना है तो इंट्रा ट्रेडिंग आपके लिए है. 

📈 इंट्राडे ट्रेडिंग सीखने के तरीके

दोस्तों अगर आप ट्रेंडिंग सीखना चाहते हैं तो इसे दो तरीकों से सीखा जा सकता है एक तो ऑनलाइन तरीका है और दूसरा ऑफलाइन तरीका है

📳 ऑनलाइन तरीके से इंट्रा डे ट्रेडिंग कैसे सीखें

ऑनलाइन तरीकों की बात करें तो इसमें आप गूगल के जरिए बिल्कुल फ्री में सीख सकते हैं और यूट्यूब में भी बहुत सारे वीडियो हैं जहां से अच्छे लेवल की ट्रेडिंग सिखाई जाती है. 

दोस्तों सिद्धार्थ भानुशाली करके हमारा एक फेवरेट यूट्यूबर है. आप उनके चैनल में जाकर इंट्राडे का वीडियो देख सकते हैं. उनके वीडियो बहुत ही अच्छे होते हैं और विस्तार से समझाते है कि ट्रेडिंग में कैसे सफलता पाया जाए . वो न सिर्फ स्ट्रेटजी बताते हैं बल्कि उसका लाइव एग्जांपल भी देते हैं. आपको उनका वीडियो बिल्कुल भी बोरिंग नहीं लगेगा क्योंकि हमने खुद ही उनके वीडियो को देखकर ट्रेडिंग सीखा है. 

दोस्तों यह तो रही ऑनलाइन तरीके से ट्रेडिंग सीखने की बात .अब बात करते हैं –

📍ऑफलाइन तरीके से इंट्रा डे ट्रेडिंग कैसे सीखें

अगर आप ऑफलाइन तरीके से ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो इसके लिए आप अपने नजदीकी इंस्टीट्यूट में जा सकते हैं. अगर आपको नहीं पता कि आपके नजदीक में ऐसा कौन सा कोचिंग सेंटर/इंस्टीट्यूट है जहां ट्रेडिंग सिखाई जाती है तो आप गूगल में शेयर मार्केट ट्रेडिंग सेंटर नियर मी सर्च करिए . आपको अपने नजदीकी कोचिंग सेंटर की जानकारी मिल जाएगी.

इसके अलावा ऑफलाइन तरीके से ट्रेडिंग सीखने का एक अच्छा तरीका यह भी है कि आप बुक्स की सहायता ले सकते हैं. आजकल बहुत सारे बुक मौजूद है जो ट्रेडिंग के बारे में बहुत अच्छे लेवल की जानकारी देते हैं.  


अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने में इंटरेस्टेड है तो इसके लिए हम आपको कुछ चीज सजेस्ट कर रहे हैं जो कि आपको खास रूप से ध्यान देना चाहिए-

  1. Learn the basics of the stock market. इससे पहले की आपको इंटरनेट ट्रेडिंग शुरू करें आपको आप स्टॉक मार्केट के बेसिक जानकारी होनी चाहिए जैसे कि शेयर कैसे खरीदते बेचते हैं , किसी भी स्टॉक के चार्ट को कैसे पढ़ते हैं. 
  2. Learn about technical analysis दोस्तों स्टॉक मार्केट की बेसिक सीख लेने के बाद आपको टेक्निकल एनालिसिस भी सीखना होगा. दरअसल टेक्निकल एनालिसिस एक ऐसा तरीका होता है जिससे आप स्टॉक को एनालाइज कर सकते हैं और चार्ट देखकर समझ सकते हैं कि आपको स्टॉक खरीदना चाहिए या नहीं. बता दें कि जितने भी ट्रेडर होते हैं वह सभी लोग टेक्निकल एनालिसिस के जरिए ही स्टॉक का सलेक्शन करते हैं. टेक्निकल एनालिसिस करने से उन्हें पता चल जाता है कि कौन सा स्टॉक कहां पर सपोर्ट ले रहा है और कहां रे बना रहा है. 
  3. Practice with a paper trading account. देखिए अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो आपको पेपर ट्रेडिंग के जरिए इसकी शुरुआत करना चाहिए. दरअसल पेपर ट्रेडिंग एक ऐसा सिम्युलेटर ट्रेडिंग अकाउंट होता है जो आपको इंट्राडे या फिर किसी भी तरह का ट्रेडिंग प्रेक्टिस करने का सुविधा मुहैया कराता है. इस तरह से ट्रेडिंग करने पर आप अपने रियल पैसे को गवांए बिना ट्रेडिंग सीख सकते हैं. तो दोस्तों कुल मिलाकर कहें तो पेपर ट्रेडिंग करना अपने स्ट्रेटजी को टेस्ट करने के लिए भी बहुत अच्छा होता है. इससे आप रिस्क मैनेज करना भी सीख जाते हैं. 
  4. Start small.  दोस्तों पेपर ट्रेडिंग करने के बाद जब आप खुद को कंफर्टेबल महसूस करें और अपने ट्रेडिंग स्किल के ऊपर भरोसा हो जाए तो आप असली पैसों के साथ ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते हैं. लेकिन फिर भी हम आपको सलाह देंगे कि शुरू में आप कम पैसों के साथ इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करें और धीरे-धीरे जैसे आपका अनुभव एक्सपीरियंस बढ़ता जाए तो अपने इन्वेस्टमेंट का साइज बढ़ा सकते हैं और ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं. 

क्यों आया इंट्राडे का कॉन्सेप्ट

दोस्तों इंट्राडे का कॉन्सेप्ट इसलिए आया क्योंकि इंट्राडे में हम कम पैसों से भी ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं. आइए आपको एग्जांपल देकर समझाते हैं. 

मान लीजिए आपके पास इन्वेस्टमेंट करने के लिए ₹1000 हैं और इससे आप ₹500 का प्रॉफिट लेना चाहते हैं यानी की 1000 में शेयर खरीदकर उसे 1500 में बेचेंगे

लेकिन दोस्तों शेयर मार्केट में हमेशा ऐसा नहीं होता कि एक दिन में किसी शेयर का प्राइस डेढ़ गुना बढ़ जाए. यानी आपको ₹1000 लगाकर ₹500 का प्रॉफिट मिलना मुश्किल है. 

तो दोस्तों अगर आपको एक दिन में ₹500 का प्रॉफिट कमाना है तो ₹1000 का शेयर खरीदने के बजाय आपको ₹5000 का शेयर खरीदना होगा. मान लीजिए कि हर ₹1000 के शेयर में आपको ₹100 का प्रॉफिट मिलता है तो ₹5000 का शेयर खरीदने पर आपको एक दिन में ₹500 का प्रॉफिट आसानी से मिल जाएगा. 

लेकिन इस पर आपका कहना है कि मेरे पास तो ₹5000 है ही नहीं तो मैं 5000 का शेयर कैसे खरीद सकता हूं. तो दोस्तों इसी समस्या का हल करने के लिए इंट्राडे का कॉन्सेप्ट लाया गया था. यानी कि इसमें होता यह है कि अगर आपके पास पैसे नहीं है तो भी आप शेयर खरीद कर प्रॉफिट कमा सकते हैं. आइए आपको इसके बारे में थोड़ा और विस्तार से बताते हैं… 

इंट्राडे में अगर आप आज ही शेयर खरीदते हैं और आज ही बेच देते हैं चाहे आपका प्रॉफिट हो या फिर लॉस हो तो ऐसे में आपका ब्रोकर आपको लेवरेज यानी की मार्जिन दे देता है. वह अपने तरफ से आपको इतने पैसे यानी मार्जिन दे देता है जितना आपको शेयर खरीदने की जरूरत होती है.यह मार्जिन मिनिमम 5 गुना तक होता है. 

दोस्तों जैसे कि हमने आपको बताया था आपके पास सिर्फ हजार रुपए ही थे लेकिन ब्रोकर की तरफ से आपको मार्जिन मिल जाता है जिससे आप बिना पैसे होने के बावजूद भी 5000 के शेयर खरीद सकते हैं. मान लीजिए शेयर खरीदने के बाद उसी दिन आपको ₹5000 का प्रॉफिट हो जाता है तो ब्रोकर की तरफ से आपको यह प्रॉफिट दे दिया जाता है लेकिन अगर आपको नुकसान होता है तो आपको यह नुकसान की भरपाई करना होगा. 

दोस्तों अगर आपको मैं ब्रोकर की तरफ से दिए जाने वाले ऐसे इंट्राडे लेवरेज का फायदा उठाते हैं यानी इसके टर्म कंडीशन को एक्सेप्ट करते हैं तो आप बिना पैसे के इंट्राडे कर सकते हैं. 

दोस्तों अगर आपको ट्रेडिंग करने के लिए लेवरेज चाहिए तो इसके लिए स्टॉक ब्रोकर के द्वारा डिमैट अकाउंट खुलवाना होता है आजकल ऑनलाइन बहुत सारे स्टॉक ब्रोकर हैं जो डिमैट अकाउंट खोलते हैं जैसे कि groww ऐप हो गया , जीरोधा ऐप हो गया , upstox हो गया , angel one आदि. 

दोस्तों जब आप किसी भी प्लेटफार्म के साथ अपना डिमैट अकाउंट खोल लेंगे तो यहां से आपको मार्जिन मिलना शुरू हो जाएगा यानी आपके बिना पैसे के इंट्राडे कर सकते हैं और प्रॉफिट मिलने पर अपना प्रॉफिट ले सकते हैं लॉस होने पर उसकी भरपाई करनी होगी. 

मान लीजिए आप टाटा मोटर के शेयर को बेचते हैं जो कि 100 रुपए का है और फिर मार्केट में कोई बुरी न्यूज़ आती है जिसके बारे में आपको पता था कि यह शेयर का प्राइस गिरने वाला है तो वह गिरकर ₹90 हो जाती है तो अब आप अपने उसी डीमैट अकाउंट से ₹90 में इस शेयर को खरीद सकते हैं . ध्यान दीजिए आपने ₹100 में बेचा था और अब ₹90 में फिर खरीद लिया यानी कि आपको ₹10 का मार्जिन मिल गया यह मार्जिन ही आपका प्रॉफिट होगा. तो दोस्तों इस तरह से आप इंट्राडे में बिना पैसा लगाए भी पैसा कमा सकते हैं. 

याद रखने योग्य बातें

  • दोस्तों स्टॉक मार्केट में दो तरह से intraday होता है. एक कम दाम में खरीदकर ज्यादा में बेचना और दूसरा पहले शेयर को बेचना फिर उसे खरीदना . दूसरे तरीके से intraday करने को शॉर्ट सेलिंग कहते हैं.
  • दोस्तों स्टॉक मार्केट में इंट्राडे 9:15 से 3:30 तक ही कर सकते हैं. अगर आप इंट्राडे करते हैं तो आपको 3:30 से पहले अपना पोजीशन छोड़ना होगा यानी कि जो आपने बिकवाली की है उसे खरीदना होगा. 
  • स्टॉक मार्केट में स्क्वायर ऑफ शब्द का बार-बार इस्तेमाल किया जाता है दरअसल इसका मतलब खरीदे हुए शेयर को बेचना होता है. 
  • दोस्तों इंट्राडे में जैसे कि आपको मार्जिन मिल जाता है तो आप अपने बेचे हुए शेयर को खरीद कर प्रॉफिट कमा सकते हैं लेकिन अगर आपके खरीदे हुए शेयर का भाव गिरने की जगह बढ़ जाता है तो इंट्राडे में आपको लॉस होगा. 
  • स्टॉक मार्केट में जो भी नए लोग स्टॉक मार्केट में आते हैं उनमें से 90% लोग 90 दिनों के अंदर अपना 90% कैपिटल गवा देते हैं. 

मोबाइल से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें

दोस्तों मोबाइल से इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको एक डीमैट अकाउंट की जरूरत होगी. डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आप किसी भी ब्रोकर ऐप डाउनलोड कर सकते हैं जैसे कि आजकल मार्केट में ग्रो ऐप , अपस्टॉक्स , जीरोधा ऐप और एंजल वन जैसे बहुत सारे ऐप हैं. आपको इंट्राडे सीखाने के लिए इस आर्टिकल में हम एंजेल वन ऐप की मदद ले रहे हैं. एंजेल वाला ऐप के जरिए आप फ्री में डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं. 

अगर आपने अभी तक अपना डिमैट अकाउंट नहीं खोला है तो डिमैट अकाउंट खोलने का पूरा प्रोसेस जानने के लिए आप यूट्यूब या गूगल में सर्च कर सकते हैं. इस चीज पर अपना समय बर्बाद नहीं करने के लिए हम आपको डिमैट अकाउंट खोलने की जानकारी नहीं देंगे इसलिए सीधे आर्टिकल में बढ़ते हैं और आपको बताते हैं कि मोबाइल से इंट्राडे कैसे सीखे.  

दोस्तों किसी भी स्टॉक ब्रोकर ऐप में अपना डिमैट अकाउंट बना लेने के बाद आप अपने यूजर नेम और पासवर्ड से लॉगिन करें. हम यहां एंजेल वन एप्लीकेशन में अपने पासवर्ड और आईडी से लॉगिन कर रहे हैं.  दोस्तों आपको बता दें  सभी ऐप का फंक्शनालिटी लगभग एक ही जैसा होता है इसलिए आपको कंफ्यूज होने की जरूरत नहीं है कि मैं तो कोई दूसरा ऐप यूज करता हूं तो मै कैसे intraday सीख सकता हूं या फिर क्या मुझे भी एंगल वन ऐप डाउनलोड करना होगा. तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. हम आपको जो भी बताने वाले हैं वह आप किसी भी ट्रेडिंग मोबाइल ऐप से कर सकते हैं.  

एंजल वन ऐप में हम वॉच लिस्ट पर क्लिक करेंगे और जिन स्टॉक में हमे इंट्राडे ट्रेडिंग करनी है उनको अपनी वॉच लिस्ट में ऐड कर लेंगे. जैसे कि अगर हमे अदानी विल्मर पर इंट्राडे ट्रेडिंग करना है तो इसे हम अपनी वाचलिस्ट में ऐड कर लेंगे. 

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दोस्तों इस ऐप में आपको आपको NSE और BSE दोनो ही एक्सचेंज में मौजूद की लिस्ट मिल जाएगी. तो आप किसी भी स्टॉक को अपने वाचलिस्ट में रख सकते हैं.  

दोस्तों एक बात गांठ बांध लीजिए कि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको एक दिन पहले से ही अपना सारा सेटअप तैयार करके रखना होता है जिस पर आप अगले दिन ट्रेडिंग करेंगे.  जब आप तय ले कि मुझे अगले दिन किस स्टॉक में intraday ट्रेडिंग करना है उसे अपने वाचलिस्ट में ऐड कर सकते हैं. 

जिस स्टॉक पर आप intraday करने की सोच रहे तो उसका पहले चार्ट देख ले कि ये intraday करने के लिए सही भी रहेगा या नहीं.  दोस्तों एंगल वन ऐप में किसी भी स्टॉक का चार्ट देखने के लिए पहले हम उसे सर्च वाले ऑप्शन पर क्लिक करके स्टॉक का नाम सर्च करेंगे और फिर उस स्टॉक पर क्लिक करके उस स्टॉक पूरा डाटा खोल लेंगे. दोस्तों यहां पर हमने एग्जांपल के लिए relaxo company के स्टॉक को सर्च किया तो उसका डाटा खुलकर आ गया है.

intraday trading stock selection

इस स्टॉक का चार्ट देखने के लिए चार्ट के ऑप्शन पर क्लिक करेंगे. दोस्तों हमारे सामने relaxo company के स्टॉक का चार्ट खुलकर आ गया है. 

intraday trading relaxo chart

हम जानते हैं कि इस चार्ट को देखकर अभी आपको कुछ भी समझ नहीं आ रहा होगा . तो आपको इसके बारे में बिल्कुल भी चिंता नहीं करना है. धीरे-धीरे आपको सब कुछ अच्छे से समझ में आ जायेगा. 

दोस्तों चार्ट के बारे में आपको एक महत्वपूर्ण जानकारी दे दें की जब हम किसी स्टॉक को लॉन्ग टर्म के लिए बाय करते हैं तो हम उस स्टॉक का 1 दिन , 1 सप्ताह या 1 महीने का चार्ट देखते हैं. क्योंकि चार्ट में एक कैंडल (खड़ी डंडी ) एक दिन , एक हफ्ते या एक महीने को दर्शाती है. 

मान लीजिए आपने चार्ट में आपने 1 दिन का टाइम फ्रेम चुना तो हर कैंडल एक दिन के बारे में जानकारी देती है कि उस दिन स्टॉक का प्राइस कैसा रहा , कितना रहा आदि . इसी तरह अगर आप चार्ट में 1 सप्ताह का टाइमफ्रेम चुनते हैं तो हर एक कैंडल उस स्टॉक के एक हफ्ते का हाल बताती है. इसी तरह अगर 1 महीने का टाइमफ्रेम चुनते हैं तो चार्ट में दिखने वाला हर कैंडल 1 महीने में उस स्टॉक के प्राइस की जानकारी देती है. 

लेकिन दोस्तों जब हम इंट्राडे करते हैं तो हम शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कर रहे होते हैं इसलिए इसमें 1 दिन , 1 सप्ताह या 1 महीने का चार्ट देखने के बजाय 10 टू 15 मिनट का चार्ट देखते हैं.  

एंगल वन ऐप में relaxo company के 10 से 15 मिनट का चार्ट देखने के लिए हम बाए साइड के ऊपर दिए ऑप्शन पर क्लिक करेंगे और 10 मिनिट का टाइमफ्रेम चुन लगे. दोस्तों अब जैसे कि हमने 10 मिनट का टाइमफ्रेम चुना है तो इस चार्ट में हर कैंडल 10 मिनट के अंदर हुई हलचल की जानकारी दे रहा है. 

intraday time frame selection a

दोस्तों यहां तक अभी आपने जो कुछ भी जाना वह हर यूट्यूबर या वेबसाइट में सेम ही जानकारी होती है लेकिन अब इसके बाद स्टॉक खरीदने के लिए सही एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पता करना होगा . 

एंट्री और एक्सिस्ट प्वाइंट कुछ नहीं बल्कि वह प्राइस होता है जिसे पर आप स्टॉक को खरीदे और बेचेंगे. अपना एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पता करने के लिए आपको चार्ट का टेक्निकल एनालिसिस करना होगा.  जैसे कि हम उस चार्ट ने देख रहे  देखते हैं कि 1015 का एक सपोर्ट बना हुआ है और 1025 का एक रिजेक्शन पॉइंट बना हुआ है तो इसी के बीच में हम कहीं पर Buy प्लान करेंगे. 

तो इस स्टॉक को खरीदने के लिए पहले हम बैंक अकाउंट से एंजेल वन में अमाउंट ऐड कर लेते हैं. अमाउंट ऐड करने के लिए फंड्स के ऑप्शन पर जाएंगे. फिर ऐड फंड्स के ऑप्शन पर क्लिक करेंगे. जितना भी आपको फंड ऐड करना है वह आप डाल दें. जैसे कि एग्जांपल के लिए हम ₹2000 ऐड कर लेते हैं. 

fund adding in angel one
clicking on add fund

अब इसके बाद पेमेंट मॉड सिलेक्ट करेंगे. यहां हम इंटरनेट बैंकिंग सेलेक्ट कर लेते हैं. हमे इंटरनेट बैंकिंग पेज पर रीडायरेक्ट कर दिया जाएगा. अब हमे अपना यूजर आईडी पासवर्ड डालकर फंड ऐड कर लेंगे. इस तरह एंगल वन ऐप में हमारा फंड ऐड हो चुका है.  आप यहां पर देख सकते है

selecting payment mode to add fund
internet banking payment interface

दोस्तों अब एंगल वन के ऐप में फंड ऐड हो चुका है तो अब बारी आती इंट्रा डे करने के लिए स्टॉक खरीदने की. तो दोस्तों आपको बता दें कि आगे की जानकारी आर्टिकल के जरिए दे पाना थोड़ा मुश्किल और आपको उबाऊ भी लगेगा. इसलिए आपकी सुविधा के लिए हम वह यूट्यूब वीडियो दे रहे हैं जिसमे मोबाइल से Intraday ट्रेडिंग करने के लिए एंगल वन ऐप से स्टॉक खरीदने की जानकारी दी गई है.  यह वीडियो एकदम वहीं से शुरू होगा जहां से आर्टिकल खत्म हुआ है.

इंट्राडे ट्रेडिंग के अपने फायदे और नुकसान है 

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे 

  • इसमें आप कम पैसों में ज्यादा स्टॉक बाय कर सकते हैं क्योंकि इसमें आपका ब्रोकर आपको मार्जिन देता है. कम पैसों में ज्यादा स्टॉक बाय करके आप ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं. 
  • आपको कंपनी के फंडामेंटल्स का एनालिसिस करने की जरूरत नहीं पड़ती है. कंपनी में क्या चल रहा है., कंपनी प्रॉफिट कमा रही है या नहीं कमा रही है. इससे आपको कोई लेना-देना नहीं होता हैं. 
  • इंट्राडे ट्रेडिंग टेक्निकल एनालिसिस के बेस पर की जाती है. 
  • इंट्राडे ट्रेडिंग का एक और  फायदा यह है कि इससे आप रोजाना प्रॉफिट कमा सकते हैं 

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान 

  • अगर बात करें नुकसान की तो इंट्राडे ट्रेडिंग इन्वेस्टिंग के कंपेयर में ज्यादा रिस्की है क्योंकि इसमें आपको शेयर से दे ही सेल करना होता है तो इसमें कई बार बड़ा लॉस भी हो जाता है 
  • इस स्टॉक मार्केट में जितने लोग पैसे गवाते हैं उसमें ज्यादा ट्रेडर्स ही होते हैं तो इंट्राडे ट्रेडिंग आपको काफी सोच समझकर और सीख कर ही करनी चाहिए 
  • स्टार्टिंग में आपको कोई बड़ा अमाउंट इसमें नहीं लगना चाहिए. 

शुरुआती लोगों के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स

अगर दोस्तों अगर आप चाहते हैं कि इंट्राडे में आपको नुकसान कम और प्रॉफिट ज्यादा हो तो इसके लिए आपको विशेषज्ञों के अनुभव से दिए गए इन टिप्स को जरूर फॉलो करना चाहिए. ये टिप्स आपको intraday rule के रूप में भी मदद करेंगे. 

1. कम पैसों से करें ट्रेडिंग की शुरुआत 

दोस्तों इस बात को बहुत सारे लोग हल्के में लेते हैं क्योंकि उनके जेब में जब तक पैसा होता है तब तक गर्मी होती है.. अगर आप भी इस बात को हल्के मिलेंगे तो आप अपना बड़ा नुकसान कर बैठेंगे. इसलिए हम आपको सलाह देंगे कि आप अपने ट्रेडिंग के सफर की शुरुआत कम पैसों से करें. दरअसल बात ऐसी है जिंदगी में पैसे कमाना ही सब कुछ नहीं होता बल्कि अपने खून पसीने से कमाए हुए पैसे को बचाकर रखना भी एक तरह से पैसे कमाना ही है.

2. सही स्टॉक का चुनाव करना है जरूरी

दोस्तों जिस तरह जिंदगी में आप क्या बनेंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कौन सा करियर चुना है. इसी तरह शेयर मार्केट में आपको प्रॉफिट होगा या लॉस यह इस बात पर यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आपने किस शेयर को ट्रेडिंग के लिए चुना है. अगर आपने जाने अंजाने में वोलेटाइल यानी बहुत उतार चढ़ाव वाला शेयर खरीद लिया है तो फिर नुकसान होना तो बनी बात है. इसलिए स्टॉक का सिलेक्शन बेहद सोच समझकर करें.  

3. इंट्रा डे के लिए ट्रे़डिंग प्लान करें तैयार

दोस्तों यहां पर ट्रेडिंग प्लान बनाने से मतलब एक ऐसा सिस्टम बनाने से है जिस पर आपके बेस पर इंट्रा डे ट्रेडिंग. देखिए अभी आप इंट्राडे में एकदम नए नए तो सीधी सी बात है कि आपके खुद का कोई ट्रेडिंग प्लान या ट्रेडिंग सेटअप नहीं होगा जिसके बेस पर आप स्टॉक सिलेक्शन आदि करके सफलतापूर्वक ट्रेडिंग करेगे. तो अभी शुरू में जब कुछ न समझ आए तो आप उन लोगो के ट्रेडिंग सेटअप को फॉलो कर सकते हैं तो खुद सफल हो चुके हैं और हजारों लाखों कमा रहे हैं. इस तरह के लोग आपको आराम से यूट्यूब पर मिल जायेगे.  कुल मिलाकर हम यही कहना चाहते हैं कि सफल ट्रेडर बनने के लिए आपके पास तगड़ा ट्रेडिंग सेटअप होना बेहद जरूरी है.  

4. स्टॉप लॉस लगाना है जरूरी

चाहे आपने ,से पहले स्टॉप लॉस शब्द सुना हो या नहीं सुना हो लेकिन इसका इस्तेमाल करना बहुत ही जरूरी है. दरअसल स्टॉपलॉस आपके नुकसान उठा सकने की वह क्षमता होती जितने पर उस नुकसान का आपके ऊपर कोई असर नहीं होता है. मान लीजिए आपने ABC कंपनी के शेयर को 100 रु. खरीदा था. अब वह शेयर कुछ समय बाद गिर कर 90रु.  हो गया , फिर 84रु. हो गया. 

जब इस तरह से एक नए ट्रेडर को नुकसान होते दिख रहा होता है तो ऐसे में वो सोचते हैं कि अगर फिर से 90रु या 100रु हो जाए तो मैं इसे बेचकर बाहर निकल जाऊंगा . लेकिन देखते देखते वह शेयर और गिरकर 80रु में आ जाता है. 

इतने पर भी बहुत से लोग बढ़ने की आस लगाए होते हैं कि अब अगर 85रु हो गया तो बेच दूंगा.  दोस्तों कुल मिलकर कहें तो प्रॉफिट निकालने के लिए लोगो ने सोच रखा होता है कि वे इतने रु. में शेयर बेचकर बाहर निकल जायेंगे लेकिन लॉस के लिए उन्होंने कोई अमाउट तय नहीं किया होता है कि कितना लॉस होने पर वो एग्जिट करेगे यानी अपने शेयर को बेचेंगे. 

दोस्तों स्टॉपलॉस ही वह प्राइस होता है जो हमारे लॉस को बढ़ने से रोकता है क्योंकि हम एक फिक्स प्राइस के नीचे शेयर जाने पर उसे बेच देते हैं. 

उम्मीद करते हैं आपको स्टॉपलॉस का कॉन्सेप्ट समझ आ चुका होगा. तो अब से आप स्टॉपलॉस जरूर लगाए और खुद को बड़े नुकसान से बचाए. 

वैसे बहुत सारे बड़े ट्रेडर स्टॉप लॉस हो जाने पर इसे इन्वेस्टमेंट की तरह देखते हैं. वे कहते हैं कि यह मेरा स्टॉक मार्केट से पैसे कमाने का फीस है.

5. जरूरत से ज्यादा ट्रेडिंग न करें- 

दोस्तों सभी इंट्राडे ट्रेडर्स से एक गलती करते हैं कि एक बार प्रॉफिट मिलने के बाद दोबारा प्रॉफिट कमाने के लिए उसी दिन और ट्रेडिंग करना शुरू कर देते हैं. इसे ही ओवर ट्रेडिंग कहा जाता है. दोस्तों ओवर ट्रेडिंग करने का बहुत ज्यादा नुकसान नुकसान. अगर आप ओवर ट्रेडिंग करते हैं तो इससे पहले आपने जो कुछ भी प्रॉफिट कमाया होता है वह  लॉस में चला जायेगा.  इसलिए ओवर ट्रेडिंग करने से खुद को रोके. 

6. खुद को अनुशासित रखें – 

दोस्तों ट्रेडिंग एक ऐसा काम है जिसमें अनुशासन की सख्त जरूरत होती है क्योंकि बिना अनुशासन के आप ट्रेडिंग में सफलता नहीं पा सकते हैं चाहे वह इंट्रा डे ट्रेडिंग हो , स्विंग ट्रेडिंग हो या फिर कुछ और . दरअसल बात ऐसी है कि जब आपको एक बार प्रॉफिट मिल जाएगा तो आपका मन करेगा  और प्रॉफिट कमाया और ज्यादा कमाने के लिए उसी दिन और ट्रेडिंग करेगे . इसी तरह अगर आप लॉस कर लेंगे तो आपका मन करेगा कि अभी थोड़ा सा लॉस हुआ है एक दो बार और कर लेता हूं प्रॉफिट निकालने के बाद बंद कर दूंगा .

तो दोस्तों इस तरह से हमारा मन हमें और ज्यादा ट्रेडिंग करने के लिए प्रोत्साहित करता रहता है चाहे हम लॉस में हो या फिर प्रॉफिट . तो दोस्तों अपने मन की बिल्कुल भी नहीं सुनना है अपने अनुशासन पर टिके रहना है कि आपने एक दिन में 1 ,2 या 3 जितने बार ट्रेड करने का सोचा है उससे ज्यादा नहीं करेगे. अगर आप इस तरह से डिसिप्लिन बना कर रखेंगे तो आप अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रख सकेंगे जो कि आपको आगे चलकर एक सफल ट्रेड बनने में मदद करेगा.

अक्सर पूंछे जाने वाले प्रश्न –

दोस्तों अब हम कुछ ऐसे सवाल ले रहे हैं जो लोग अक्सर गूगल में लिखकर सर्च करते हैं. अगर आपके मन में भी कोई इस तरह का सवाल है तो आप उसका जवाब जान सकते हैं-

इंट्राडे ट्रेड करना सीखने में कितना समय लगता है?

बात करें इंट्रा डे ट्रेडिंग सीखने में आपको कितना समय लगेगा तो तो सबके लिए यह समय अलग-अलग हो सकता है क्योंकि सीखने की केवल कैपेबिलिटी हर किसी की अलग-अलग होती है. अगर आपके सीखने की क्षमता अधिक है तो आप 6 महीने में सीख लेंगे और थोड़ा मीडियम लेवल का सीखने की क्षमता है तो आपको 1 साल लग सकता है.

क्या मैं 500 रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूं?

दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट के कोई लिमिट नहीं है आप ₹500 , ₹1000 या ₹10000 किसी भी पूजा के साथ इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं.

सबसे अच्छी डिलीवरी या इंट्राडे कौन सी है?

अगर बात करें की डिलीवरी और इंट्राडे में से कौन सा सबसे अच्छा होता है तो यह पूरी तरह से आपके इन्वेस्टमेंट गोल और रिस्क लेने की क्षमता पर निर्भर करता है. अगर आप तुरंत पैसे कमाना चाहते हैं तो उसके लिए इंट्राडे सही होता है लेकिन वही अगर आपके पास पैसे यूं ही पड़े हैं और आपको तुरंत पैसे कमाने की जरूरत नहीं है तो डिलीवरी लेना अच्छा होता है. कहते हैं कि इंट्राडे में रिस्क ज्यादा होता है लेकिन डिलीवरी में रिस्क कम होता है.

क्या मैं सुबह 9 बजे इंट्राडे शेयर खरीद सकता हूं?

है दोस्तों आप सुबह 9:00 इंट्राडे शेयर नहीं खरीद सकते हैं क्योंकि स्टॉक मार्केट 9:15 पर शुरू होता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको कितना रिटर्न मिलता है?

अगर आपका सवाल है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में कितना रिटर्न मिलता है तो आपको बता दें कि इसमें रिटर्न की कोई भी गारंटी नहीं होती है. यह पूरी तरह से आपके अनुभव और एक्सपीरियंस पर निर्भर करता है कि आप इंट्राडे में कितना कमा सकते हैं. हालांकि इंट्राडे एक्सपर्ट का कहना है कि मार्केट खुलने से लेकर मार्केट क्लोज होने तक शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव आता रहता है तो आप इस उतार-चढ़ाव का फायदा लेकर इंट्राडे से 1% का मुनाफा कमा सकते हैं.

निफ्टी 50 कैसे पढ़ा जाता है?

मेरे दोस्तों निफ्टी 50 कुछ नहीं बल्कि NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) में लिस्टेड 1600 कंपनियों में से जो टॉप 50 कंपनियों का लिस्ट है उसे ही कहते हैं . यह लिस्ट समय समय पर बदलता रहता है जो कि इन कंपनियों की मार्केट कैप्टलाइजेशन के अनुसार तय किया जाता है. जिस कंपनी का मार्केट कैप्टलाइजेशन ज्यादा होगा उस कंपनी का नाम इस लिस्ट में पहले नंबर पर आयेगी . दोस्तों बात करें कि निफ्टी 50 कैसे पढ़ा जाता है तो

जब भी हम सुनते हैं कि निफ्टी 600 अंक गिर गया 400 अंक चढ़ गया या 500 अंक गिर गया. तो इसका सीधा-सीधा मतलब यह होता है निफ्टी निफ्टी 50 में जो नंबर्स होते हैं वह सभी 50 कंपनियों के शेयर प्राइस को जोड़ने पर जो योग प्राप्त होता है उसे 50 से भाग देने पर प्राप्त संख्या को ही कहते हैं कि निफ्टी आज से इतने अंक गिरा है इतने पर अंक चढ़ा है.

इन्ही टॉप 50 कंपनियों के शेयर प्राइस के टोटल योग को टोटल शेयरों की संख्या से भाग देकर 100 से गुणा करने पर जो संख्या प्राप्त होती है उसे ही निफ्टी का करंट मार्केट कहते हैं जो कि कभी 18,000 तो कभी 20000 तो 20,100 होता रहता है. निफ्टी 50 कैसे तय किया जाता है तो इसका सूत्र इस तरह से है –

निफ्टी 50 = (कुल शेयर मूल्य / कुल शेयरों की संख्या) * 100

यह संख्या इसलिए बदलता रहता है क्योंकि निफ्टी 50 में जिन टॉप 50 कंपनियों को रखा गया है उनके शेयर प्राइस चेंज होते रहते हैं. अगर उन कंपनियों के शेयर प्राइस में बढ़ोतरी होती है तो उसका परिणाम यहां पर भी बढ़ोतरी देखने को मिलता है. अगर उनके शेयर प्राइस गिरते हैं तो यहां पर भी नंबर गिर जाता है.

आपको कैसे पता चलेगा कि बैंकनिफ्टी ऊपर या नीचे जाएगी?

दोस्तों बैंक निफ्टी एक ऐसा इंडेक्स है जिसमें भारत के 12 सबसे बड़े बैंकों का नाम आता है यह नाम हर बार बदलता रहता है क्योंकि बैंकों का मार्केट केपीटलाइजेशन कम-ज्यादा होता रहता है. अगर बात करने की बैंक निफ़्टी ऊपर जाएगा या नीचे तो यह कई चीजों पर निर्भर करता है जैसे की ब्याज दर के किस तरह है- अगर देश में ब्याज दर बढ़ता है तो इससे बैंकों की आय बढ़ेगी जिससे बैंक निफ़्टी ऊपर जाएगा, और इसके अलावा बात करें कि बैंक निफ़्टी ऊपर जाएगा या नीचे तो यह देश की अर्थव्यवस्था पर भी निर्भर करता है अगर देश की अर्थव्यवस्था में वृद्धि होती है तो इस बैंकों की आय बढ़ेगी और बैंक निफ़्टी ऊपर जाएगा. इसके अलावा बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े न्यूज़ भी बैंक निफ्टी के उतार-चढ़ाव को प्रभावित करते हैं.

मैं भारत में एक सफल इंट्राडे ट्रेडर कैसे बन सकता हूं?

भारत में एक सफल इंट्राडे ट्रेडर बनने के लिए, आपको निम्नलिखित कदम उठाने होंगे: अगर आप एक सफल ट्रेड बनना चाहते हैं तो इसके लिए आप हमारे इन टिप्स को जरूर फॉलो करें-

  •  सबसे पहले शेयर बाजार और ट्रेडिंग के सिद्धांतों को अच्छे से समझे. 
  • फिर इसके बाद ट्रेडिंग करने के लिए एक स्ट्रांग स्ट्रेटजी बनाएं. 
  • ट्रेडिंग करने के दौरान अपने इमोशंस को कंट्रोल में रखना सीखें
  • ऊपर बताए गए दो महत्वपूर्ण चीजों का बार-बार अभ्यास करें

क्या इंट्राडे ट्रेडिंग में मार्जिन लेना जरूरी है?

देखिए इंट्राडे में मार्जिन लेना जरूरी नहीं है. आप बिना मार्जन लिए भी इंट्राडे कर सकते हैं. लेकिन आपको बता दें कि इससे आपके जोखिम लेने की इससे आपकी जोखिम लेने की संभावना बढ़ जाएगी. अगर आप मार्जिन लेते हैं तो आपको अधिक यानी ज्यादा स्टॉक खरीदने का मौका मिलता है. अधिक स्टॉक से खरीद कर आप ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं,लेकिन मुनाफा के साथ इसमें भी जोखिम शामिल होता है.

क्या मैं 100 रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूं?

अगर आपके पास ₹100 है तो इतने पैसों से आप अपने ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं लेकिन ₹100 छोटी रकम होती है और ₹100 में ट्रेडिंग करना जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि इतने रुपए में आपको ऐसी कंपनियों के शेयर मिलेंगे जो बहुत वोलेटाइल होंगे. इसलिए ₹100 में ट्रेडिंग करने से पहले अपने दिमाग में यह बात बैठा लें कि आप जो पैसा लगा रहे हैं उसके लौटने की गारंटी नहीं है. आपको लाभ भी हो सकता है और नुकसान भी.

क्या हम इंट्राडे में फर्स्ट सेल कर सकते हैं?

जी बिल्कुल, आप इंट्राडे में फर्स्ट सेल कर सकते हैं. वैसे जो लोग फर्स्ट सेल का मतलब नहीं जानते तो बता दें कि यह एक ऐसा ट्रेडिंग होता है जिसमें शेयर को खरीदने से पहले उसे बेचा जाता है फिर बाद में खरीदा जाता है. कुछ लोग इसे शॉर्ट सेलिंग के नाम से भी जानते हैं.

आप इंट्राडे ट्रेडिंग की भविष्यवाणी कैसे करते हैं?

दोस्तों किसी इंट्राडे ट्रेडिंग में प्रॉफिट होगा लॉस इसकी भविष्यवाणी करने के कई तरीके हैं आप टेक्निकल एनालिसिस फंडामेंटल एनालिसिस करके इसके बारे में बता सकते हैं.

इंट्राडे 2024 के लिए कौन सा ब्रोकर सबसे ज्यादा लीवरेज देता है?

बात करें 2024 में कौन सा कौन सा ब्रोकर है जो सबसे ज्यादा एवरेज देता है तो इसमें SAS Online का नाम आता है. SAS Online अपने कस्टमर को 20 तक लेवरेज प्रदान करता है.

इंट्राडे के लिए कितना मार्जिन मिलता है?

अगर बात करें कि इंट्राडे के लिए कितना मार्जिन मिलता है तो यह पूरी तरह से स्टॉक की कीमत और ब्रोकर द्वारा दिए जाने वाले लेवरेज पर डिपेंड करेगा. उदाहरण के लिए अगर किसी स्टॉक की कीमत ₹100 है और ब्रोकर इस पर 5X का एवरेज देता है तो ऐसे में आपको सिर्फ ₹20 के मार्जिन की जरूरत होगी.

❓इंट्राडे कैसे काम करता है?

इंट्राडे ट्रेडिंग में, आप एक दिन के भीतर स्टॉक खरीदते और बेचते हैं। आप सुबह स्टॉक खरीद सकते हैं और शाम को बेच सकते हैं, या आप दिन भर में कई बार स्टॉक खरीद और बेच सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग में, आपका लाभ या हानि आपके द्वारा खरीदे और बेचे गए स्टॉक की संख्या और कीमतों के अंतर पर निर्भर करता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग अच्छा क्यों नहीं है?

बहुत सारे लोग ट्रेडिंग को इसलिए पसंद नहीं करते क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा जोखिम होता है. एक बार में आप लाखों कमा सकते हैं और लाखों गवा भी सकते हैं.

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