उदाहरण के साथ समझिए - शेयर बाजार में नुकसान कैसे होता है 2025

उदाहरण के साथ समझिए – शेयर बाजार में नुकसान कैसे होता है 2025

दोस्तों शेयर बाजार में नुकसान कैसे होता है ,यह सवाल अक्सर उन्हीं लोगों के मन में आता है जिन्होंने या तो शेयर बाजार में अपने पैसे डूबा दिए हैं या फिर शेयर बाजार में अभी नए हैं और इस जोखिम से बचने के लिए जानना चाहते हैं कि आखिर इसमें लोगो को नुकसान किस तरह से होता है. 

तो दोस्तों चाहे आप शेयर बाजार में नए हैं या फिर ऑलरेडी इसमें अपना पैसा डूबा चुके हैं. आपको यह जानने का पूरा अधिकार है की आंखिर शेयर बाजार में नुकसान कैसा होता है.  अगर आप इसके बारे में जाने बगैर पैसे इन्वेस्ट करते हैं तो यह अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मरने के बराबर होगा. 

तो ज्यादा वक्त ना लेते हुए चलिए इस आर्टिकल को शुरू करते हैं और फटाफट जानते हैं कि आखिर शेयर बाजार में नुकसान कैसे होता है. इस आर्टिकल के अंत में आपको शेयर बाजार में होने वाले नुकसानों से बचने के टिप्स भी देंगे. तो दोस्तों आर्टिकल बहुत खास होने वाला है इसलिए पूरी जानकारी हेतु हमारे साथ लास्ट तक बने रहे हैं-

Contents

शेयर बाजार में नुकसान कैसे होता है?

दोस्तों शेयर बाजार में  प्रॉफिट और लॉस  का फंडा हमारे रियल लाइफ के प्रॉफिट & लॉस फंडे जैसा ही है. अगर हम ₹5 में पेन खरीदकर उसे ₹10 में बेचेंगे तो हमे प्रॉफिट होगा.  लेकिन इसका उल्टा अगर ₹5 में खरीदकर ₹2 में बेचना पड़े तो हमे सीधा ₹3 का लॉस होगा.  दोस्तों इसी तरह शेयर मार्केट में जब हम कोई शेयर ऊंचे दाम में खरीद कर कम दाम में बेचते हैं तो हमे लॉस यानी कि नुकसान होता है.

अब बात करें कि किसी भी शेयर को हमें कम दाम में क्यों बेचना पड़ता है तो इसके पीछे वजह यह है कि लोगों को डर रहता है कि अगर कोई शेयर ₹10 नीचे गिर गया है तो इससे पहले वह कुछ रुपए और गिरे हमें बेचकर अपने नुकसान को बढ़ने से रोकना चाहिए. इसलिए जब हम खरीदे हुए दाम से कम दाम पर शेयर बेचते हैं तो हमें नुकसान होता है.

इतना समझने के बाद कि खरीदे हुए दाम से कम दाम में बेचने पर नुकसान होता है , शायद अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि भाई किसी भी शेयर का दाम कम क्यों हो जाता है यानी शेयर का प्राइस क्यों गिरता है.

तो दोस्तों आपके इसी सवाल का जवाब देने के लिए हमने यह आर्टिकल लिखा है. तो शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है जानने के बाद अब आप विस्तार से जानने वाले हैं कि शेयर बाजार में नुकसान होने के कौन-कौन से कारण है-

1) आर्थिक मंदी से होता है नुकसान

दोस्तों जब किसी देश की अर्थव्यवस्था में मंदी आती है तो उस दौरान सभी कंपनियों के बिजनेस ठप्प पड़ने लगते हैं. जिसका असर यह होता है कि कंपनियों का प्रॉफिट गिरने के साथ उनका शेयर प्राइस भी गिरने लगता हैं. इसके परिणाम स्वरूप शेयर होल्डरको अपने पोर्टफोलियो में नुकसान देखने को मिलता है.  

उदाहरण के लिए साल 2008 को ही ले लीजिए. यह ऐसा समय था जब पूरी दुनिया आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रही थी. इस समय सभी कंपनियों के शेयर गिरे हुए थे क्योंकि उनके बिजनेस में प्रॉफिट ही नहीं था. 

2) राजनीतिक अस्थिरता से होता है लॉस

दोस्तों किसी भी कंपनी के शेयर में नुकसान होने का यह भी एक बड़ा रीजन है कि जब पॉलिटिकल इशू होता है तो बड़े-बड़े इन्वेस्टर उस देश कंपनी में निवेश करने से कतराते हैं जिससे कंपनी का शेयर प्राइस नहीं बढ़ता बल्कि और गिरने लगता है. 

उदाहरण के लिए साल 2022 की बात है - जब रूस यूक्रेन युद्ध हो रहा था तो इस समय राजनीतिक अस्थिरता यानी पॉलिटिकल इशू की वजह से भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई थी. 

3) आंतरिक और बाहरी मामले

दोस्तों शेयर बाजार में नुकसान होने के पीछे आंतरिक और बाहरी मामले भी बड़ा भूमिका निभाते हैं. अगर किसी देश में प्राकृतिक आपदा आ गई तो कंपनियों का शेयर प्राइस गिर सकता है. 

उदाहरण के लिए साल 2020 में कोविड-19 आने के वजह से शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली थी. इस गिरावट से काफी लोगों को नुकसान हुआ था.  

4) कंपनी की फाइनेंसियल कंडीशन    

अक्सर देखा जाता है कि जब किसी कंपनी के फाइनेंसियल कंडीशन खराब होते हैं तो उस कंपनी के शेयर प्राइस गिरने लगते हैं जिससे शेयर होल्डर को नुकसान झेलना पड़ता है. 

उदाहरण के लिए- अगर किसी कंपनी ने एकाएक बहुत ज्यादा लोन ले लिया और उसे नहीं चुका पा रही है तो ऐसे में कंपनी के फाइनेशियल कंडीशन खराब होने की वजह से उस कंपनी के शेयर प्राइस कम हो सकते हैं और लोगों को उस कंपनी के शेयर से नुकसान हो सकता है.

5) कंपनी की खराब परफॉर्मेंस से होता है लॉस

अगर कंपनी का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं है यानी कंपनी का बिक्री और मुनाफा दोनों कम हो जाता है तो ऐसे में उनका बिजनेस खत्म हो जाएगा जिससे स्वाभाविक तौर पर उनके शेयर की कीमत गिर जाएगी. इस तरह शेयर प्राइस गिरने से उन लोग को नुकसान होगा जिन्होंने इस कंपनी के शेयर में पैसे लगाए होंगे.  

उदाहरण के लिए 2022 में रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के बिजनेस में गिरावट होने के वजह से उनके शेयर प्राइस भी गिर गए थे. 

6) कंपनी के बिजनेस में कंपटीशन बढ़ाना है नुकसान का वजह

अगर किसी कंपनी के बिजनेस में कंपटीशन बढ़ जाता है यानी कि उसके जैसा प्रोडक्ट बेचने वाला कोई नया कंपनी मार्केट में आ जाता है तो उस कंपनी का प्रोडक्ट कम बिकेगा. बिक्री कम होने से उनका प्रॉफिट कम हो जाएगा जिसके फलस्वरुप उस कंपनी का शेयर गिरना शुरू हो जाएगा. 

उदाहरण के लिए जब तक जियो ने मार्केट में अपना सिम और मोबाइल वगैरा लॉअपना  नहीं किया था तो इससे पहले एयरटेल ,वोडाफोन ,आइडिया सभी अच्छा प्रॉफिट कमा रहे थे और अपना बिजनेस कर रहे थे लेकिन जिओ के आने के बाद इन सभी का बिजनेस मंद पड़ गया है.  और शेयर भी लुढ़के हुए हैं.

7) शेयरों की अधिक खरीद-बिक्री

दोस्तों जब किसी एक कंपनी के शेयर की अधिक खरीदारी हो जाती है तो उसकी कीमत बढ़ती है लेकिन इस खरीददारी के बाद जब उसे कोई बेचना शुरू कर देता है तो उसकी कीमत गिरना शुरू हो जाता है. 

उदाहरण के लिए अगर किसी कंपनी का शेयर ₹100 है और यह 150 रुपए हो जाता है तो जब ज्यादा लोग हैं इसे बेचने लगेंगे तो वापस ₹100 में आ सकता है. 

8) शेयर की खरीद और बिक्री में अंतर

अगर किसी कंपनी के शेयर में ज्यादा खरीद बिक्री होती है तो उससे भी शेयर की कीमत जल्दी जल्दी घट बढ़ सकती है. 

उदाहरण के लिए अगर किसी कंपनी के शेयर को ₹100 में खरीदा जाता है और यूज 150 में बेचा जाता है तो ऐसे में शेयर की कीमत तेजी से घट बढ़ सकती है. इसके फलस्वरुप लोगों को उतने रूपए का फायदा या नुकसान हो सकता है

9) लालच करने से होता है नुकसान

दोस्तों कुछ लोग अपने भावनाओं के आधार पर किसी शेयर में इन्वेस्टिंग करते हैं जो आगे चलकर उनके नुकसान का कारण रहता है. 

उदाहरण के लिए अगर कोई व्यक्ति किसी शेयर में पैसे लगता है और वह देखता है कि इसका प्राइस बढ़ रहा है. अगर और पैसे लगाया जाए तो ज्यादा प्रॉफिट होगा लेकिन अक्सर इसका उल्टा हो जाता है कि जब भी हम ज्यादा खरीदने की कोशिश करते हैं तो उस कंपनी के शेयर प्राइस कम हो जाता है जिससे प्रॉफिट कम और लॉस ज्यादा होता है.  

10) शेयर प्राइस बढ़ता हुआ देखकर खरीदारी करना 

दोस्तों शेयर बाजार में नुकसान होने का एक आम कारण यह है कि लोग किसी भी कंपनी का शेयर तब खरीदते हैं जब उसका प्राइस बढ़ने लग जाता है. इस खरीदारी को करने के पहले वह यह भी नहीं सोचते कि कंपनी का प्राइस आखिर बढ़ क्यों रहा है क्या यह प्राइस बढ़ता रहेगा या नहीं. अगर बाद में कंपनी के शेयर की कीमत गिरने लगती है तो फिर लोगों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ता है.

स्टॉक को खरीदने से पहले एनालिसिस करके यह जरूर जानना चाहिए कि आखिर उस कंपनी के शेयर की कीमत क्यों बढ़ रही है . शेयर प्राइस बढ़ने के पीछे का वजह पता चलने के बाद ही आप सही निर्णय ले सकते कि उस कंपनी का शेयर वास्तव में खरीदना चाहिए या नहीं.

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि किसी कंपनी के शेयर की कीमत ₹100 है. अब कोई व्यक्ति इस कंपनी के शेयर को खरीद लेता है और अगले दिन उसकी कीमत ₹120 हो जाती है. ऐसे में वह व्यक्ति सोच सकता है कि शेयर की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है इसलिए शेयर खरीद लेते है लेकिन ऐसा करने के अगले दिन बाद ही उस शेयर  की कीमत ₹80 हो जाती है तो ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति को ₹20 का नुकसान हो जाता है. तो दोस्तों कहने का मतलब है कि अगर किसी कंपनी का शेयर तुरंत बढ़ रहा है तो उसके पीछे कोई ना कोई वजह जरूर होती है. बिना वजह जाने कंपनी के शेयर में ज्यादा पैसे निवेश करना जोखिम को न्योता देने के बराबर है.

11) स्टॉप लॉस ना लगाने से होता है नुकसान

स्टॉप लॉस एक ऐसा ऑर्डर होता है जो हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में किसी भी शेयर को बेचने का प्राइस फिक्स कर देता है. अगर शेयर का  प्राइस हमारे द्वारा सेट किए गए प्राइस कुछ को छूता है तो हमारे ट्रेडिंग अकाउंट से वह शेयर ऑटोमेटिक बिक जाता है.  दोस्तों वैसे तो स्टॉप लॉस ज्यादातर वही लोग लगाते हैं जो इंट्राडे या फिर ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं क्योंकि अगर उन्होंने स्टॉप लॉस नहीं लगाया तो उनका पूरा पैसा कुछ ही मिनट में डूब जाएगा.      

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि किसी व्यक्ति ने ₹100 में एक शेयर खरीदा और ₹90 का स्टॉप लॉस लगता है. जब अगले दिन शेयर कीमत ₹90 के नीचे जाने वाली होगी तो उस व्यक्ति का शेयर उसके ट्रेडिंग अकाउंट से ऑटोमेटिक बिक जाएगा. इस तरह स्टॉप लॉस सेट कर देने से सिर्फ ₹10 का ही नुकसान होगा.  इससे ज्यादा का नुकसान नहीं हो सकता है. लेकिन ज्यादातर लोगों की समस्या यह है कि वह स्टॉप लॉस ही नहीं लगते हैं जिससे उनका नुकसान बढ़ता रहता है. 

12) शेयर बाजार समझे बिना निवेश करने से होता है नुकसान 

दोस्तों लोगों का शेयर बाजार में नुकसान होने के पीछे यह भी एक बड़ा कारण है कि लोग बिना सीखे समझे ही बस पैसा कमाने के चक्कर में शेयर बाजार में पैसे इन्वेस्ट करना शुरू कर देते हैं. जिसका नतीजा यह होता है कि आगे चलकर उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है. 

बता दे की शेयर मार्केट एक तरह से मनी ट्रांसफर करने का सिस्टम है जिसमें पैसा एक व्यक्ति के ट्रेडिंग अकाउंट से दूसरे व्यक्ति के ट्रेडिंग अकाउंट में जाता है. अगर इस सिस्टम को समझे बिना आप शेयर मार्केट में पैसे लगाएंगे तो आपका पैसा किसी दूसरे के पास जाएगा जिससे आपका नुकसान और दूसरे का फायदा होगा.  

लेकिन दोस्तों अगर आपने शेयर मार्केट के इस सिस्टम को समझ कर इसमें पैसे लगाए तो यह भी होना बिल्कुल तय है कि दूसरे का पैसा आपके पास आ जाए. 

उदाहरण के लिए मान लीजिए किसी व्यक्ति ने अपने मित्र के कहने पर शेयर मार्केट में पैसा लगा दिया और उसे शेयर मार्केट बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी. अगले दिन वह देखता है कि शेयर बाजार में उसके शेयर की कीमत गिर गई है और उसका नुकसान हो चुका है.  यहां पर शेयर की कीमत गिरने से उस व्यक्ति का नुकसान इसलिए हुआ क्योंकि उसने जितने रुपए में कंपनी का शेयर खरीदा था उसकी वैल्यू यानी कीमत गिर गई है. अगर वह अब इस शेयर को बेचता है तो उसे उतने रुपए ही मिलेंगे जितना कि अभी शेयर मार्केट में एक शेयर का कीमत है. 

13) स्टॉक मार्केट के नियमों को फॉलो न करने से होता है नुकसान 

दोस्तों स्टॉक मार्केट में लोगों के नुकसान होने के अगले वजह की बात करें तो उसमें नाम आता है स्टॉक मार्केट के नियमों को फॉलो ना करना. 

जी हां दोस्तों , यह भी एक बड़ा वजह है जिसके चलते स्टॉक मार्केट में लोगों का नुकसान होता है. अगर आपको स्टॉक मार्केट के नियमों की जानकारी नहीं है तो आप भी स्टॉक मार्केट में नुकसान के शिकार हो सकते हैं. आगे हम आपको स्टॉक मार्केट से जुड़े कुछ बेसिक नियम बता रहे हैं जिसके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए-

  • स्टॉक मार्केट में हर बड़ी गिरावट के बाद तेजी जरूर आती है.  
  • अगर स्टॉक मार्केट में आपका फायदा हो रहा है तो इसका मतलब है वह फायदा किसी दूसरे के नुकसान का वजह है.  दोस्तों यह नियम सिर्फ ट्रेडिंग करने वाले लोगों पर लागू होता है. इन्वेस्टर पर पूरी तरह से लागू नहीं होता क्योंकि लॉन्ग टर्म में उनकी कमाई कंपनी के प्रॉफिट से होती है. 
  • शेयर बाजार में लोग किसी भी कंपनी को उसकी वैल्यू के हिसाब से ही भाव देते हैं. (यह भाव कुछ नहीं बल्कि शेयर प्राइस है.) 
  • शेयर मार्केट में लॉन्ग टर्म तक वही कंपनी टिकी रहती है जिसके फंडामेंटल मजबूत रहते हैं.  
  • शेयर मार्केट में जितनी जल्दी लोग करोड़पति बनते हैं उससे भी कई गुना तेजी से रोडपति बन जाते हैं. 

दोस्तों शेयर मार्केट के ये कुछ बेसिक नियम थे. इसके बारे में आपको पता होना जरूरी है. अगर आप इन बेसिक नियमों को भी फॉलो करते हैं तो शेयर मार्केट में नुकसान होने से आप बच सकते हैं.  

14) गिरावट होने पर शेयर बेच देने से होता है नुकसान

दोस्तों शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव आना आम बात है लेकिन लोगों की समस्या यही है कि जब भी गिरावट आती है या मार्केट क्रैश होता है तो वह बेचना शुरू कर देते हैं और जब मार्केट ऊपर जाता है तो खरीदने लग जाते हैं. ऐसे में समय में ना तो हमें खरीदना है और ना ही बेचना है बल्कि इस समय पर हमें देखना होता है कि गिरावट की वजह क्या है. अगर गिरावट की वजह कोई मामूली चीज है तो उस समय और भी ज्यादा शेयर खरीदना चाहिए क्योंकि गिरावट के दौरान हमें वह शेयर कम प्राइस पर मिलेगा.

लेकिन अगर गिरावट की कोई ठोस वजह होती है जिससे आपको लगता है कि यह कंपनी अब डूबने वाली है तो ऐसे में आपको जल्दी ही यहां से अपना पैसा निकाल लेना चाहिए और चुपचाप बैठकर आगे की प्लानिंग करना चाहिए कि अब क्या करना है.

उदाहरण के लिए मान लीजिए किसी व्यक्ति ने ₹100 का एक शेयर खरीदा है और उसे कंपनी में अपनी होल्डिंग बनाई हुई है कुछ समय बाद उस कंपनी का शेयर ₹80 हो जाता है तो ऐसे में वह व्यक्ति जानने की कोशिश करता है कि इस कंपनी के शेयर गिरने के पीछे क्या वजह है. उसे पता चलता है कि इस तिमाही कंपनी का प्रॉफिट थोड़ा कम हुआ है जिससे शेयर प्राइस की कीमत कम हो गई है यानी कि इस बार सिर्फ कंपनी के बिजनेस में प्रॉफिट कम हुआ है. उस व्यक्ति को कंपनी के बिजनेस पर भरोसा है कि आने वाले समय प्रॉफिट बढ़ सकते हैं तो वह व्यक्ति इस समय अपना शेयर बिल्कुल नहीं बेचता है और चलकर सच में यही होता है कि कंपनी का प्रॉफिट बढ़ जाता है. तो दोस्तों इस तरह एनालिसिस करके आप भी जान सकते हैं कि आपको शेयर कब बचना चाहिए और कब नहीं. इससे आप शेयर बाजार में अपने नुकसान से 100% बच जाएंगे. 

15) खुद से रिसर्च ना करना

दोस्तों शेयर मार्केट में ऐसे लोगों की बिल्कुल भी कमी नहीं है जो खुद से रिसर्च करने के बजाय दूसरों के टिप्स लेकर स्टॉक मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करते हैं. बाद में जब उनका नुकसान होता है तो उनको इसका भी पता नहीं चलता कि उन्हें नुकसान क्यों हुआ है. 

अगर आप चाहते हैं कि शेयर मार्केट से आपको प्रॉफिट हो. आपका इन्वेस्टमेंट आपको रिटर्न दे तो इसके लिए आपको कंपनी में पैसे इन्वेस्ट करने से पहले उसके बैलेंस शीट, कैश फ्लो और प्रॉफिट लॉस स्टेटमेंट जैसे चीजों को देखना होगा. 

अगर आप इन चीजों को देख लेंगे तो आप खुद ही पक्का कर सकेंगे कि वास्तव में आपको उस कंपनी में पैसे लगाना चाहिए या नहीं. अगर आपको कंपनी के बिजनेस में दम नजर आता है तो फिर आप विश्वास के साथ उस कंपनी में पैसे इन्वेस्ट कर सकेंगे. लेकिन अगर आप इस छोटे से काम को यूं ही टाल देंगे तो फिर आपको पता है कि इसका अंजाम क्या होगा.   

16) कंपनी के बिजनेस को समझे बिना पैसे लगाने से होता है नुकसान 

दोस्तों एक बार जब लोग शेयर मार्केट में पैसे लगा देते हैं तो हर समय उसे ताड़ते रहते हैं. अगर थोड़ा सा भी शेयर गिर जाता है तो वे डर जाते है कि अब क्या करें लेकिन वही थोड़ा सा कीमत बढ़ जाए तो तुरंत डर खुशी में बदल जाता है.  

दोस्तों जो लोग इस तरह से शेयर के गिरने और उठने के डर या खुश हो जाते हैं वे लोग वास्तव में शेयर मार्केट और कंपनी के बिजनेस को नहीं समझते हैं. और उन्हें यह भी समझ में नहीं आता कि उनका नुकसान क्यों हो रहा है. 

अगर आप कंपनी के बिजनेस को समझना चाहते हैं तो इसके लिए आप खुद से यह सवाल पूछ सकते हैं-

  • कंपनी के पैसे कमाने का तरीका क्या है,?
  • कंपनी क्या चीज बेचती है?
  • कंपनी अपनी बिजनेस को बड़ा करने के लिए क्या प्लानिंग कर रही है?. 
  • क्या फ्यूचर में कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विस की डिमांड बढ़ने वाली है?

17) अपने निवेश को डायवर्सिफाई ना करने से होता है नुकसान 

दोस्तों जो लोग शेयर बाजार में एकदम नए होते हैं उन्हें डायवर्सिफाई के बारे में पता नहीं होता और वह एक ही स्टॉक में अपना सारा पैसा लगा देते हैं. अगर कुछ लोगों को डायवर्सिफाई करने के बारे में पता भी होता है तो वह ऐसे स्टॉक्स को चुन लेते हैं जिसमें सभी कंपनियां एक ही सेक्टर में बिजनेस करती हैं. 

अगर बात के लिए वह सेक्टर डूब जाता है तो उस सेक्टर में जितने भी कंपनियों में उन्होंने पैसा लगाया होगा तो वह भी डूब जायेगा. एक ही सेक्टर के स्टॉक्स में पैसे इनवेस्ट करना कहीं ना कहीं स्टॉक मार्केट में नुकसान होने का एक बड़ा वजह बनती है.

उदाहरण के लिए अगर आपने आईटी सेक्टर से जुड़े शेयर्स में अपने पैसे लगा दिए और इस सेक्टर का बिजनेस नहीं चलता है या फिर इसमें कोई दिक्कत आ जाती है तो आपके पोर्टफोलियो का रिटर्न कम हो जाएगा और आप नुकसान में चले जाएंगे. तो इस नुकसान से बचने का यही उपाय है कि आप अलग-अलग सेक्टर के अलग-अलग कंपनियों में पैसे इन्वेस्ट करें. अगर किसी एक सेक्टर का बिजनेस नहीं चलता है तो दूसरे सेक्टर के से जुड़ी कंपनियों का बिजनेस चलेगा. वह प्रॉफिट कमाएगी और सीधा अपने शेयरहोल्डर को देंगी जिससे आपको भी लाभ मिलेगा. 

18) लॉस को होल्ड करने से होता है नुकसान 

दोस्तों अक्सर देखने को मिलता है कि जब लोगों को प्रॉफिट होता है तो वह तुरंत अपने शेयर को बेचकर प्रॉफिट बुक कर लेते हैं लेकिन जब लॉस होता है तो वह सोचते हैं कि अगर शेयर का प्राइस बढ़ जाएगा तो इसे मैं बेच दूंगा लेकिन ऐसा बहुत कम ही होता है कि शेयर का प्राइस बढ़े . तो जो लोग शेयर के प्राइस बढ़ने के इंतजार में रह जाते उनका और भी लॉस होता रहता है.  

अगर आपको स्टॉक मार्केट में नुकसान हुआ है तो इस यह भी एक बड़ा वजह हो सकता है कि आपने भी लॉस को बुक ना किया हो यानी अपना लॉस होने पर अपने शेयर को जल्दी ना बेचा हो बल्कि शेयर प्राइस बढ़ने का इंतजार कर रहे हो. तो इस नुकसान से बचने के लिए आपको अपना स्टॉप लॉस लगाना चाहिए. इसके बारे में हमने पहले भी बात की थी.  

19) लोगो की देखा देखी करके पैसे लगाने से होता है नुकसान 

दोस्त जो लोगों की देखा-देखी करके शेयर खरीदते हैं आगे चलकर उनका नुकसान ही होता है. क्योंकि शेयर मार्केट में वही कंपनी टिकती है जिसका वास्तव में कोई वैल्यू होता है और इसी तरह के शेयर आगे चलकर मल्टीबैगर रिटर्न देते हैं. 

उदाहरण के लिए मान लीजिए कि किसी कंपनी के फंडामेंटल कमजोर हैं लेकिन उस कंपनी का शेयर बढ़ता ही जा रहा है तो ऐसे में जब लोग देखेंगे कि इस कंपनी के शेयर ने एक दिन में 10% का रिटर्न दिया है, 1 महीने में 200% का रिटर्न दिया तो बाकी लोग भी उस कंपनी के शेयर में पैसे इन्वेस्ट करेंगे जिससे कंपनी का शेयर प्राइस और भी बढ़ता चला जाएगा.  

लेकिन दोस्तों यह तेजी सिर्फ कुछ ही दिनों की होती है क्योंकि उस कंपनी के फंडामेंटल्स मजबूत नहीं होते हैं और जिन लोगों ने सबसे पहले इस कंपनी के शेयर को खरीदा होगा वही अपना प्रॉफिट निकालकर निकल लेते हैं और शेयर वापस वापस अपने पहले की कीमत पर आ जाता है. 

 इस तरह कह सकते हैं की भीड़ की देखा देखी करके पैसे लगाना शेयर मार्केट में नुकसान का एक बड़ा कारण बनता है. 

20) न्यूज़ में आने वाले स्टॉक्स में पैसे लगाने से होता है नुकसान 

दोस्तों अक्सर हमें टीवी न्यूज़ चैनल, यूट्यूब चैनल और इन्वेस्टिंग से जुड़े ब्लॉग या वेबसाइट पर अलग-अलग स्टॉक खरीदने के सुझाव मिलते रहते हैं. उन शेयरों के बारे में इस तरह से बताया जाता है कि बहुत जल्दी ही इनका कीमत डबल हो जाएगी, यह आपको दुगना रिटर्न देगी. वगैरह-वगैरह 

दोस्तों इस तरह के प्लेटफार्म पर जिन स्टॉक्स के सजेशन दिए जाते हैं उनके लिए पहले से किसी ने इन्हे पैसे दिया होता है. इस तरह के स्टॉक को खरीदने से लोगों को नुकसान ही होता है क्योंकि जब तक आम लोगों को इन स्टॉक्स के बारे में पता चलता है ये स्टॉक ऑलरेडी पॉपुलर हो जाती है जिससे इनकी कीमत पहले की तुलना में बहुत ज्यादा बढ़ चुकी होती है. इस तरह जब न्यूज़ चैनल की सलाह पर लोग महंगे स्टॉक को खरीदते हैं तो उनको नुकसान होता है.

इसके अलावा जब भी किसी नई कंपनी का आईपीओ आता है तो यह कंपनियां भी अपने शेयर का प्रचार करने के लिए लोगों सोशल मीडिया समाचार पत्र टीवी न्यूज़ चैनल जैसे अलग-अलग प्लेटफार्म पर प्रमोशन करती हैं और अपने शेयर प्राइस को बढ़ाने की कोशिश करती हैं. जिससे कि उन्हें अपने कंपनी में ज्यादा इनवेस्टमेंट मिल सके.  

तो दोस्तों कुल मिलाकर कहा जाए तो लोगो के बीच एक तरह का भ्रम फैला दिया जाता है कि उस कंपनी के शेयर खरीदने से ज्यादा प्रॉफिट होगा लेकिन आगे चलकर इसका उल्टा हो जाता है जिससे लोगों को नुकसान होता है. 

21) पेनी स्टॉक्स में पैसे लगाने से होता है नुकसान 

दोस्तों शेयर मार्केट में नुकसान होने के पीछे यह भी एक बड़ा वजह है कि लोग कम कीमत वाले स्टॉक यानी पेनी स्टॉक्स की तरह आकर्षित होते हैं और यह  सोचकर उनमें पैसा लगा देते हैं कि जब इस शेयर का प्राइस बढ़ेगा तो इसे बेचकर हम मुनाफा कमा लेंगे.  दोस्तों भले ही पेनी स्टॉक्स यानी कम कीमत वाले स्टॉक सस्ते मिलते हैं लेकिन उनकी क्वालिटी ऐसी नहीं होती जैसे महंगे शेयरो की होती है. 

दरअसल शेयर मार्केट ऐसे काम नहीं करता है कि जैसे कि हम सोचते हैं. इसमें क्वांटिटी से ज्यादा क्वालिटी मायने रखता है. मतलब की अगर आपके पास ₹200 हैं तो ₹10 वाले 20 शेयर खरीदने से अच्छा है कि ₹200 का एक शेयर खरीद लिया जाए. 

दोस्तों ₹200 वाला जो शेयर होगा वह ऐसा-वैसा शेयर नहीं होगा बल्कि वह शेयर जिस भी कंपनी का होगा उसका फंडामेंटल स्ट्रांग होगा , उसका बिज़नेस ज्यादा इस्टैबलिश्ड होगा, उसके बिजनेस में प्रॉफिट होगा और जो समझदार निवेशक होंगे वे भी इस कंपनी के बिजनेस में पैसा लगाएगे क्योंकि उन्हें कंपनी के बिजनेस पर भरोसा होता है. 

लेकिन वही जो ₹10 वाला शेयर होगा उस कंपनी का बिजनेस छोटा होगा. इस तरह के कंपनी के बारे में ठीक से कहा भी नहीं जा सकते कि आगे उनका बिजनेस चलेगा भी या नहीं क्योंकि जो शेयर कम कीमत वाले होते हैं वह बहुत रिस्की कंपनी होते हैं. दोस्तों इस तरह के पेनी स्टॉक्स यानी छोटी कंपनियों के शेयर में पैसे लगाने से बचें नहीं तो आपका नुकसान होना पक्का है. इसी तरह के कंपनी में पैसे लगाकर लोग शेयर मार्केट में अपने पैसों से हांथ धोते हैं.  

22) ऑपरेटर के जाल में फंसना

दोस्तों अगर आप स्टॉक मार्केट में पैसे लग रहे हैं तो आपको ऑपरेटर के बारे में जरूर से पता होना चाहिए. यह वह लोग होते हैं जो आपके जैसे छोटे इन्वेस्टर्स को अपनी जाल में फसाते हैं. जाल में फंसाने का मतलब यह नहीं कि सीधे आपके ऊपर जाल फेंक देते हैं. ये लोग स्टॉक मार्केट में ऐसा खेल खेलते हैं जिससे आपका पैसा उनके पास चला जाता है. अगर आपको इस खेल के बारे में पता नहीं है तो आपको टेंशन लेने की जरूरत नही है. आगे हम आपको इसके बारे में एक कुछ बेसिक जानकारी दे रहे हैं जिससे आपको मालूम हो जायेगा कि किस तरह से ऑपरेटर एक रिटेल इन्वेस्टर से पैसे अपने पास ट्रांसफर करता है-  

  • सबसे पहले तो ऑपरेटर किसी छोटी कंपनी के शेयर को बहुत ज्यादा मात्रा में खरीद लेते हैं. 
  • फिर इसके बाद ये ऑपरेटर सभी जगह पर उस कंपनी के स्टॉक की चर्चा फैलाते हैं और उस शेयर के बारे में हर तरह की अच्छी-अच्छी चीज बताते हैं जिससे रिटेल इन्वेस्टर उस शेयर की तरफ आकर्षित हो और अपना पैसा लगाए. 
  • जैसे ही लोग-बाग उस कंपनी के शेयर में अपना पैसा लगाते हैं यानी शेयर को खरीदते हैं तो उस शेयर की डिमांड बढ़ जाती है जिससे उसका प्राइस ऑटोमेटिक बढ़ जाता है.
  • जब बाकी लोग उस कंपनी के शेयर को बढ़ता हुआ देखते हैं तो वे भी उसमें पैसे लगा देते हैं जिससे यह प्राइस और भी बढ़ जाता है.
  • जब उस कंपनी का शेयर प्राइस बढ़ जाता है तो ऑपरेटर को पूर्ण विश्वास हो जाता है कि इस कंपनी के शेयर का प्राइस बढ़ाने में प्रॉफिट मिलेगा इसलिए वह अपने पिछले स्टेप्स को फिर से दोहराता है और फिर से वही मार्केटिंग प्रमोशन करता है. 
  • दोस्तों जब उस कंपनी के शेयर का प्राइस ऑपरेटर के द्वारा खरीदे हुए शेयर की प्राइस से बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तो अब ऑपरेटर अपने पहले से खरीदकर रखे हुए शेयर को उन लोगों को बेचना शुरू कर देता है जिन्होंने कुछ समय पहले ही इस कंपनी के बारे के बारे में झूठी वाह वाही सुनकर आई होती है .  कि यह कंपनी बहुत रिटर्न देगी. 
  • जब ऑपरेटर अपने सारे शेयर्स को ऊंचे भाव में बेचकर निकल जाता है तो इतने सारे शेयर एक साथ बिकने से उस कंपनी के शेयर में गिरावट आने लगती है और लोअर सर्किट लग जाता है. इस गिरावट की वजह से उन लोगों को नुकसान होता है जिन्होंने कंपनी के शेयर को ऊंचे भाव में खरीदा था. तथा लोअर सर्किट लगने की वजह से यह रिटेल इन्वेस्टर अपने शेयर को नहीं बेच पाते हैं.

तो दोस्तों इस पूरे प्रोसेस में आपने देखा कि किस तरह से एक ऑपरेटर आम निवेशकों के पैसे को किसी कंपनी के शेयर में लगवाता है जब उसकी कीमत बढ़ जाता है तो अपने शेयर को ज्यादा भाव में बेचकर निकल जाते हैं.   

23) धैर्य की कमी के कारण भी होता हुआ लॉस 

दोस्तों अगर आप शेयर बाजार में पैसे इन्वेस्ट करके इससे रिटर्न कमाना चाहते हैं तो यह बिना धैर्य के बिल्कुल भी संभव नहीं है. अगर आप धैर्यशील व्यक्ति नहीं है तो स्टॉक मार्केट आपके लिए नहीं बना है. स्टॉक मार्केट में तुरंत पैसे कमाने के चक्कर में बहुत ज्यादा संभावना है कि आप इसमें नुकसान कर बैठेंगे. 

लेकिन ऐसा नहीं है कि स्टॉक मार्केट से तुरंत 1 मिनट में ₹1000 या ₹10000 नहीं कमाया जा सकता है लेकिन इसके लिए आपको इसमें महारत हासिल करनी पड़ेगी. 

अक्सर पूंछे जाने वाले सवाल –

शेयर बाजार में नुकसान का कारण क्या है?

दोस्तों ज्यादातर लोगों को शेयर बाजार में इसलिए नुकसान होता है क्योंकि वह सही तरीके से स्टॉक सेलेक्ट नहीं करते हैं. बस दूसरों के कहने पर या दोस्तों के कहने पर स्टॉक को सेलेक्ट कर लेते हैं और उनमें पैसे इन्वेस्ट करके अपना नुकसान कर बैठते हैं.  

स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले किसी को क्या सावधानी रखनी चाहिए?

अगर आप शेयर बाजार में नए हैं और निवेश करना चाहते हैं तो आपको संबंधित कंपनी के फंडामेंटल को चेक कर लेना चाहिए. अगर कंपनी के ऊपर ज्यादा लोन है तो आपको उस कंपनी के शेयर में इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए. इसके अलावा ध्यान रखें की कंपनी का मार्केट केपीटलाइजेशन अच्छा हो. 

1 दिन में शेयर बाजार में कितना पैसा कमा सकते हैं?

दोस्तों शेयर बाजार से पैसे कमाने की कोई भी लिमिट नहीं है . आप एक दिन में शेयर बाजार से ₹100 , ₹1000,   ₹10,000 और लाखों रुपए भी कमा सकते हैं.  

भारत में नंबर 1 शेयर बाजार कौन है?

बात करें भारत में नंबर वन शेयर बाजार कौन सा है तो इसमें NSE का नाम आता है. यह भारत का सबसे बड़ा शेयर बाजार है.  

सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली कंपनी कौन सी है?

दोस्तों बात करें कब तक सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले कंपनी कौन सी है तो उसमें इन कंपनियों का नाम आता है-

  • Reliance Industries. 
  • Titan Industries. 
  • Wipro. 
  • Bajaj Finance. 
  • Asian Paints. 
  • HDFC Bank. 
  • Britannia Industries.
  • TCS Total.

क्या मुझे शेयर बाजार से बाहर हो जाना चाहिए?

देखिए अगर आपको शेयर बाजार में लॉस हो रहा है तो अपने शेयरों को बेचकर मार्केट से बाहर होने के बजाय अच्छी रणनीति यह होगी कि आप अपने पोर्टफोलियो को इस तरह से व्यवस्थित करें कि आपका नुकसान फायदे में परिवर्तित हो जाए .    

शेयर मार्केट में कम से कम कितना पैसा लगता है?

देखिए दोस्तों शेयर बाजार में पैसे इन्वेस्ट करने के लिए कितना पैसा लगेगा यह कंपनी के शेयर प्राइस पर निर्भर करता है. अगर आप ऐसे कंपनी के शेयर खरीदते हैं जिसका मूल्य ₹1 है तो आपको ₹1 लगाना पड़ेगा. वहीं अगर आप किसी ऐसे कंपनी का शेयर खरीदते हैं जिसका कीमत ₹100 है तो आपको ₹100 लगाना पड़ेगा. यानी कि शेयर मार्केट में कम से कम कितना पैसा लगता है तो यह पूरी तरह से आपके चॉइस पर निर्भर करता है कि आप किस कंपनी के शेयर खरीद रहे हैं. 

शेयर मार्केट में शेयर खरीदने पर कितना चार्ज लगता है?

 दोस्तों अगर आपका सवाल है कि शेयर मार्केट में शेयर खरीदने पर कितना चार्ज लगता है तो आपको बता दें कि यह चार्ज यानी ब्रोकरेज शुल्क आपके ट्रांजैक्शन के कुल मूल्य का 0.1% से लेकर 0.5% के आसपास होता है.  

आपको शेयरों को नुकसान पर कब बेचना चाहिए?

दोस्तों अगर आपने शेयर मार्केट में इन्वेस्ट किए थे और आपको नुकसान हो रहा है तो स्वाभाविक सी बात है कि अपने शेयर कब बेचना चाहिए यह सवाल आपके मन में जरूर आएगा तो आपको बता दे कि जब आपको नुकसान हो रहा हो तो ऐसे में आपको अपने शेयर को तभी बेचना चाहिए जब यह नुकसान 7 से 8% नीचे हो . यानी कि अगर आप ने ₹100 का शेयर खरीदा था तो उसमें ₹7 का नुकसान हो जाने पर आप अपना शेयर बेच सकते हैं.

शेयर मार्केट में टारगेट क्या है?

दोस्तों शेयर बाजार में टारगेट का मतलब होता है कि अगर आज के टाइम पर यानी अभी कोई शेयर 100 रुपए का है और वह अगले एक हफ्ते में 120 रुपए का हो जाने वाला है तो ऐसे में हम कह सकते हैं कि उस शेयर का टारगेट 120 रुपए है. 

क्या हम शेयर में 10 रुपये निवेश कर सकते हैं?

दोस्तों अगर आप शेयर बाजार में कम पैसों से इन्वेस्टिंग शुरू करना चाहते हैं तो बिल्कुल ₹10 में इन्वेस्ट करना शुरू कर सकते हैं .  लेकिन बता दें कि सस्ते कीमत वाले शेयर बहुत रिस्की होते हैं.

शेयर खरीदते समय क्या ध्यान रखना चाहिए?

दोस्तों अगर आप शेयर खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको बता दे की शेयर खरीदते समय आपको कंपनी के प्रदर्शन का ध्यान रखना चाहिए कंपनी का बिजनेस कैसे चल रहा है कंपनी के ऊपर किसी तरह का लोन वगैरा तो नहीं है आदि बातों को ध्यान में रखकर आप संबंधित कंपनी के शेयर खरीद सकते हैं. तो दोस्तों कुल मिलाकर कहें तो किसी भी कंपनी का शेयर खरीदते समय क्या ध्यान रखना चाहिए यह जानने के दो तरीके हैं एक है फंडामेंटल एनालिसिस और दूसरा है टेक्निकल एनालिसिस.   

शेयर मार्केट की सबसे अच्छी कंपनी कौन सी है?

 दोस्तों शेयर मार्केट में सबसे अच्छी कंपनी में रिलायंस इंडस्ट्रीज का नाम आता है. 

क्या मैं शेयर बाजार से रोजाना 1000 कमा सकता हूं?

दोस्तों अगर आप शेयर बाजार से रोजाना ₹1000 कमाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको इंट्राडे सीखनी होगी. अगर आपने एक बार इंट्राडे सीख लिया तो शेयर बाजार से रोजाना 1000 क्या 10000 भी कमा सकते हैं. अगर आपने 10000 कमाना सीख लिया तो यह भी एक छोटी रकम हो जायेगी. इसके बाद आप यहां से एक लाख भी कमा सकते हैं

शेयर बेचने के बाद पैसा कब आता है?

बात करें शेयर बेचने के बाद पैसा कब आता है तो शेयर बेचने के तुरंत बाद सीधे पैसे नहीं मिलते हैं इसके लिए कुछ इंतजार करना पड़ता है ज्यादातर यह समय दो दिनके आसपास लगते हैं.

शेयर मार्केट का किंग कौन है?

दोस्तों हमारे देश में शेयर बाजार के किंग राकेश झुनझुनवाला को माना जाता है इन्होंने शेयर मार्केट से बहुत ज्यादा पैसे कमाए थे इसलिए इन्हें भारत का वारेन बुफेट भी कहा जाता है तथा लेकिन 14 अगस्त 2022 में इन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.  

भारत में कौन सी कंपनी का शेयर सबसे महंगा है?

 बात करें भारत में कौन सी कंपनी का शेयर सबसे महंगा है तो इसमें एमआरएफ लिमिटेड , मद्रास रबर फैक्ट्री लिमिटेड का नाम आता है. दोस्तों 1990 में जब एमआरएफ का आईपीओ आया था उस समय इसके शेयर की कीमत ₹11 थी लेकिन जुलाई 2023 में इस शेयर की कीमत ₹1,01,260.50  के पार पहुंच गई है.   

भविष्य में कौन सा शेयर सबसे ज्यादा रिटर्न देता है?

बात करें भविष्य में कौन सा शहर सबसे ज्यादा रिटर्न दे सकते हैं तो इसमें आईटी सेक्टर और रिन्यूएबल सेक्टर से जुड़े कंपनियों का नाम आता है. अगर आप इनकम सेक्टर के कंपनी में पैसे इन्वेस्ट करेंगे तो आपको जरूर सबसे ज्यादा रिटर्न देखने को मिलेगा.  

महीने में कितना निवेश करना चाहिए?

दोस्तों विशेषज्ञों का कहना है कि आप हर महीने अपनी आय का 15 परसेंट निवेश कर सकते हैं.

निष्कर्ष

दोस्तों उम्मीद करते हैं कि इस आर्टिकल में हमारे साथ यहां तक बने रहने के बाद आपको स्टॉक मार्केट में नुकसान कैसे होता है टॉपिक पर पूरी जानकारी मिल गई होगी और आपको पता चल गया होगा कि आगे आप स्टॉक मार्केट में नुकसान होने से कैसे बच सकते हैं.

आर्टिकल में हमारे साथ यहां तक बनने के लिए रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. अगर आपका कोई दोस्त-यार या परिवार में कोई स्टॉक मार्केट से जुड़ा है और आप चाहते हैं कि उनको स्टॉक मार्केट में नुकसान ना हो तो उनके साथ हमारा यह खास आर्टिकल जरूर शेयर करें………. आपके तरह उनकी भी हेल्प हो जायेगी.

दोस्तों अब हमें इजाजत. मिलेंगे किसी नई पोस्ट में नई जानकारी के साथ तब तक बने रहिए niveshtalks.com के साथ. 

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